पटना : टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद लालमुनी चौबे ने शनिवार को अपना नामांकन वापस लेते हुए अब भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने की घोषणा की है। बक्सर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार अश्विनी चौबे सहित अन्य के साथ शनिवार दोपहर पटना से हेलिकॉप्टर के जरिए बक्सर पहुंचे लालमुनी चौबे ने निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात कर अपना नामांकन वापस लिया।
लालमुनी चौबे ने अपना नामांकन वापस लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भविष्य में उचित स्थान दिए जाने का नरेंद्र मोदी के आश्वासन दिए जाने पर उन्होंने अपना नामांकन वापस लिया है। उन्होंने कहा कि वे बक्सर से अब भाजपा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए उनके पक्ष में प्रचार करेंगे तथा अगर पार्टी आवश्यक समझेगी तो वे मोदी के पक्ष में प्रचार करने वाराणसी जाने को भी तैयार हैं।
भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ पिछले 26 मार्च को बक्सर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था। चार बार सांसद रहे लालमुनी चौबे ने भाजपा द्वारा इस बार उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज होकर बक्सर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पिछले 26 मार्च को नामांकन दाखिल कर दिया था।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह के करीबी रहे लालमुनी चौबे ने गत 23 मार्च को कहा था कि पार्टी के भीतर वरिष्ठ नेताओं को नजर अंदाज और अपमानित किए जाने का आरोप लगाया था।
लालमुनी चौबे ने भाजपा पर ‘गुलामों की पार्टी’ बनने का आरोप लगाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने के बाद कहा था कि वे पुरानी भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हैं और नई एवं नकली भाजपा की हार को सुनिश्चित करेंगे। लालमुनी चौबे बक्सर लोकसभा सीट से पहली बार 1996 में सांसद चुने गए थे और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार जगदानंद सिंह के हाथों दो हजार मतों से पराजित हो गए थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 29, 2014, 22:22