झारखंड में तीन चरणों में 14 सीटों के लिए 64 प्रतिशत वोटिंग

रांची : झारखंड में वर्ष 2009 की तुलना में वर्तमान आम चुनावों में लगभग 13 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ और सभी तीन चरणों में कुल 63.78 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया। वर्ष 2009 में यहां कुल 50.97 प्रतिशत मतदान हुए थे। झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके जाजोरिया ने बताया कि राज्य में गुरुवार को संपन्न हुए तीसरे और अंतिम चरण में कुल 66.06 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया।

उन्होंने बताया कि राज्य में कुल मिलाकर राजमहल लोकसभा क्षेत्र के लिए सर्वाधिक 70.33 प्रतिशत मतदान हुआ जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। यहां 2009 में 55.21 प्रतिशत ही मतदान हुआ था जिसके अनुसार इस बार के चुनावों में वहां लगभग 15 प्रतिशत अधिक मतदान रिकार्ड किया गया। चुनाव आयोग ने कल मतदान का कुल प्रतिशत सिर्फ 63.44 बताया था लेकिन देर शाम तक दूर दराज के मतदान कर्मियों की रिपोर्ट आने के बाद मतदान प्रतिशत में और सुधार हुआ।

उन्होंने बताया कि कल दुमका समेत संथाल परगना की तीन और धनबाद लोकसभा सीटों के लिए नये आंकड़ों के अनुसार कुल 66.06 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया। अंतिम चरण में मतदाताओं ने चार लोकसभा सीटों पर कुल 72 उम्मीदवारों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन, झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी, भाजपा के निवर्तमान सांसद निशिकांत दूबे, झामुमो से भाजपा में आये हेमलाल मुर्मू और झाविमो के प्रदीप यादव के भाग्य का फैसला ईवीएम में कल बंद कर दिया।

तीसरे और अंतिम चरण में कल देश की 113 अन्य लोकसभा सीटों के साथ झारखंड में दुमका, राजमहल, गोड्डा और धनबाद सीटों पर मतदान हुआ। जाजोरिया ने बताया कि राज्य में अब मतदान के अंतिम आंकड़े प्राप्त हो गये हैं और इनके अनुसार प्रथम चरण में 10 अप्रैल को चार लोकसभा सीटों के लिए कुल 58.93 प्रतिशत, द्वितीय चरण में 17 अप्रैल को छह लोकसभा सीटों के लिए कुल 65.40 और तीसरे चरण में शेष चार लोकसभा सीटों के लिए 24 अप्रैल को 66.06 प्रतिशत मतदान हुए। उन्होंने बताया कि लोकसभावार भी राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटों के लिए मतदान के प्रतिशत में पांच से लेकर पंद्रह प्रतिशत तक की वृद्धि इन आम चुनावों में पिछली बार की तुलना में दर्ज की गयी।

झारखंड में इस बार सर्वाधिक राजमहल लोकसभा सीट के लिए कुल 70.33 प्रतिशत मतदान हुए जबकि 2009 में 55.21 प्रतिशत ही मतदान हुए थे। इसी प्रकार दुमका लोकसभा सीट के लिए 2009 में जहां सिर्फ 55.06 प्रतिशत मतदान हुए थे वहीं इस बार वहां 69.76 प्रतिशत मतदान हुआ।

गोड्डा में 2009 के 56.54 प्रतिशत के मुकाबले इन चुनावों में 65.99 प्रतिशत मतदान हुआ जो लगभग साढ़े नौ प्रतिशत अधिक था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार चतरा में वर्ष 2009 के 45.67 प्रतिशत मतदान के मुकाबले इस वर्ष 54.37 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी प्रकार कोडरमा में 56.14 प्रतिशत के मुकाबले इस वर्ष 62.53 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया।

गिरिडीह में वर्ष 2009 के 45.97 प्रतिशत के मुकाबले इस वर्ष कुल 64.26 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया। धनबाद में 45.06 प्रतिशत के मुकाबले 60.58 प्रतिशत, रांची में आश्चर्यजनक रूप से 44.56 प्रतिशत के मुकाबले 63.78 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बार रांची में जबर्दस्त ढंग से सवा उन्नीस प्रतिशत अधिक मतदान दर्ज किया गया जिसके चलते यहां के परिणाम चौंकाने वाले होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

जमशेदपुर में भी 2009 के 51.12 प्रतिशत मतदान की तुलना में लगभग पंद्रह प्रतिशत अधिक 66.38 प्रतिशत मतदान इस बार रिकार्ड किया गया। सिंहभूम में 60.77 प्रतिशत की तुलना में 69.07 प्रतिशत, खूंटी में 52.03 प्रतिशत की तुलना में 66.40 प्रतिशत मतदान इस बार हुआ।

लोहरदगा में वर्ष 2009 के 53.42 प्रतिशत मतदान की तुलना में इस बार 58.32 प्रतिशत मतदान हुए जबकि पलामू में 45.97 प्रतिशत की तुलना में इस बार 14 प्रतिशत अधिक 59.41 प्रतिशत मतदान हुआ और हजारीबाग में वर्ष 2009 के 53.08 प्रतिशत मतदान की तुलना में इस बार 61.01 प्रतिशत मतदान हुए। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 25, 2014, 23:40
First Published: Friday, April 25, 2014, 23:40
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