
नई दिल्ली : प्रियंका गांधी एवं उनके चचेरे भाई वरूण गांधी के बीच वाकयुद्ध के बीच मेनका गांधी ने कहा कि यह कोई युद्ध नहीं है और जिस तरह कांग्रेस अपना चुनाव लड़ रही है, उसी तरह उनके बेटे भी अपना चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रियंका ने कहा था कि लोकसभा चुनाव विचाराधारा की लड़ाई है न कि परिवार की चाय पार्टी। उसके अगले दिन वरूण की मां मेनका ने कहा कि लड़ाई तो बिल्कुल ही नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘यह एक चुनाव है। वह किसी ऐसी जगह से चुनाव लड़ना चाहते थे जो उनके पिता से जुड़ी है। अतएव वह चुनाव लड़ने जा रहे हैं, मैं इसकी सराहना करती हूं। मैं इस बात की प्रशंसा करती हूं कि उन्होंने एक कठिन क्षेत्र चुना है। ’
उन्होंने कहा, ‘मुझे बिल्कुल नहीं पता कि यह सब कैसे शुरू हुआ। वाकई मैं नहीं जानती। वे अपना चुनाव लड़ रहे हैं और मेरे पुत्र अपना चुनाव लड़ रहे हैं।’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या संजय गांधी की विरासत पर फिर से दावा की जा रही है, उन्होंने कहा, ‘नहीं, हम किसी भी विरासत को फिर से दावा नहीं कर रहे। यह बात ऐसी नहीं है। मुझे अपने पति और बेटे पर बहुत गर्व है। अतएव मेरे पुत्र अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र जाते हैं। मैं इस बात से बहुत खुश हूं। ’ उन्होंने कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्र गयी थीं क्योंकि वह जानना चाहती थीं कि लोगों का वरूण के प्रति कैसा दृष्टिकोण है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 15:56