ज़ी मीडिया ब्यूरो गाजियाबाद : बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोला। मोदी ने आरोप लगाया कि मुस्लिम वोटों को लुभाने और चुनावों एवं राजनीति का ‘साम्प्रदायिकरण’ करने को लेकर सोनिया गांधी ने जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी के साथ मुलाकात की। मोदी ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी मुस्लिम नेताओं से यह सुनिश्चित करने की अपील कर घोर सांप्रदायिकता कर रही है कि उनके वोट बंटने नहीं चाहिए। उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए।
उधर, मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा कि शाही इमाम के साथ सोनिया गांधी की बैठक के खिलाफ अगर हमें शिकायत मिलती है तो हम उसका संज्ञान लेंगे।
यहां एक रैली को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावों को सांप्रदायिक रंग देने के लिए कांग्रेस हरसंभव कोशिश कर रही है। उनके लिए सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा है और इसलिए वे केवल एक चीज कह रहे हैं `सेक्युलिरिज्म, सेक्युलिरिज्म, सेक्युलिरिज्म`। सोनिया द्वारा जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी से मुलाकात की पृष्ठभूमि में मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हार को भांप लिया है। लिहाजा अब उनका नारा धर्मनिरपेक्षता से बदल कर घोर सांप्रदायिकता हो गया है। भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी ने कहा कि उन्होंने कल जो कहा, मैं चुनाव आयोग से अपील करूंगा सांप्रदायिकता के आधार पर वोट मांगना चुनाव आयोग के नियमों के विरूद्ध है क्योंकि चुनावों की घोषणा की जा चुकी है। मोदी दिल्ली के समीप गाजियाबाद के इंदिरापुरम में भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 24 घंटे बीत चुके हैं तथा खबर पहले ही मीडिया में आ गयी है। चुनाव आयोग इस सिलसिले में स्वत: आधार पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है।
इसी मंच से उन्होंने पड़ोसी जिले गौतमबुद्धनगर के भाजपा उम्मीदवार के लिए भी वोट मांगे। वह नोएडा के इस नगर में नहीं गए जहां यह प्रचलित मान्यता है कि जो नेता उस नगर में आता है, अपनी स्थिति गंवा देता है।
सोनिया ने बुधवार को भाजपा के इस आरोप को खारिज कर दिया था कि वह सांप्रदायिकता की राजनीति खेल रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में ध्रुवीकरण करना न तो उनकी आदत है और न ही वह इस खेल में शामिल हैं। मोदी ने कहा कि सोनिया ने देश को गुमराह करने और विभाजित करने की गलती की है। लोग इस तरह की राजनीति को कभी माफ नहीं करेंगे। कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता पहला धर्म है और हमारा लिये देश प्रथम है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के लिए धर्मनिरपेक्षता एकजुटता और विकास के लिए है जबकि कांग्रेस की परंपरा बांटने और शासन करने की है। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता एक चुनावी नारा है। हमारे लिए प्रत्येक समुदाय अपना है। कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता वोट बैंक की राजनीति है, भाजपा के लिए विकास राष्ट्रीय एजेंडा है। कांग्रेस के लिए यह एक राजनीतिक हथियार है, हमारे लिए यह विश्वास की वस्तु है।
मोदी ने मांस निर्यात के लिए सरकार के कथित समर्थन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भारी संकट देख पा रहे हैं क्योंकि किसान अपने पशुओं को मांस निर्यातकों को बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम हरित एवं श्वेत कं्राति चाहते हैं लेकिन कांग्रेस ‘गुलाबी क्रांति’ के लिए चिंतित है, मौसम में यदि वष्रा नहीं हुई तो पशुओं के अभाव में ग्रामीण अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। मांसाहार करने वाले लोगों को अधिक धन खर्च करना पड़ेगा क्योंकि संप्रग सरकार मांस निर्यात पर जोर दे रही है। मोदी ने कांग्रेस पर यह सुनिश्चित करने के लिए काम करने का आरोप लगाया कि भाजपा नीत राजग बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाये क्योंकि उसकी (कांग्रेस की) पराजय सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि अगली सरकार के गठन में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका होगीं उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे राज्य में भाजपा को बड़ी विजय दिलवाए। गुजरात के मुख्यमंत्री ने जनसभा में आये लोगों से कहा कि कांग्रेस ऐसी सरकार नहीं चाहती जो इसके काले कारनामों की जांच करे। क्या आपको ऐसी मजबूत सरकार नहीं चाहिए जो किए गए सभी बुरे कामों को बेनकाब करे..आपको हमें 300 से ज्यादा सीटें दिलवाइए। उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी हमें नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा इसलिए नहीं है कि हमारी सेना कमजोर है बल्कि हमारी सरकार कमजोर है। हम इसे बदल देंगे।
First Published: Thursday, April 3, 2014, 15:42