चुनावी लहर में मोदी पर बाजार में कॉमिक्स भी

नई दिल्ली : चुनावी माहौल में नरेंद्र मोदी पर किताबों की बढती मांग को देखते हुए जल्दी ही उनकी जीवन गाथा पर कामिक्स भी बाजार में आ रही है जिसमें उनके जन्म से लेकर भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने तक की दास्तान है। प्रभात प्रकाशन ने मोदी पर ‘नरेंद्र मोदी :द आइकन आफ डेवलपमेंट’ (अंग्रेजी) और ‘नरेंद्र मोदी :भविष्य की आशा’ (हिन्दी) शीषर्क से कामिक्स प्रकाशित की है। जल्दी ही इनका गुजराती और मराठी संस्करण भी आने जा रहा है। पिछले दो महीने में मोदी पर अलग अलग भाषाओं में दस से अधिक किताबें प्रकाशित हो चुकी है और कुछ जल्दी ही आने वाली हैं ।

साठ रूपये और चौबीस पृष्ठ की इस किताब में मोदी के बचपन, ट्रेन में चाय बेचना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक बनना, 1991 की एकता यात्रा में उनकी भागीदारी, भाजपा महासचिव के तौर पर उनका कार्यकाल, गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की कहानी है। प्रभात प्रकाशन के निदेशक पीयूष कुमार ने कहा कि इस कामिक्स का उद्देश्य चुनावी माहौल में ‘ब्रांड मोदी’ को भुनाना था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम ब्रांड मोदी को भुनाना चाहते हैं क्योंकि उनके जीवन पर छपी किताबों की काफी मांग है। पिछले साल दिसंबर में पटना पुस्तक मेले में इस मांग को देखते हुए कामिक्स लाने का विचार दिमाग में आया। अंग्रेजी और हिन्दी संस्करण आ चुके हैं जिनको जल्दी ही लांच किया जायेगा।’’

पीयूष ने कहा, ‘‘मराठी और गुजराती संस्करणों पर भी काम चल रहा है। औरंगाबाद के साकेत प्रकाशन ने मराठी और अहमदाबाद के नवभारत ने गुजराती में इसके प्रकाशन अधिकार खरीदे हैं। हम मोदी के जीवन पर एनिमेशन सीडी भी ला रहे हैं लेकिन इसमें समय लगेगा।’’ इस कामिक्स को कानपुर के जमीर ने लिखा है और यह किशोर मकवाणा द्वारा लिखित उनकी जीवनी पर आधारित है। प्रभात प्रकाशन ने अंग्रेजी और हिन्दी में चार चार हजार प्रतियां प्रकाशित की है और अगली खेप जल्दी ही आने वाली है।

पीयूष ने कहा, ‘‘हमें व्हीलर से 1000 प्रतियों का आर्डर मिला है। यह किताब फ्लिपकार्ट, अमेजन और स्नैपडील के अलावा देश भर में 250 विक्रेताओं के पास मिलेगी।’’ उन्होंने कहा कि मोदी पर पिछली किताबों की बिक्री भी अच्छी रही और चुनाव खत्म होने से पहले कुछ और किताबें आनी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ब्रांड मोदी प्रकाशन व्यवसाय में बड़ा होता जा रहा है। हमने हाल ही में उन पर 10 से अधिक किताबें छापी है जिनकी बिक्री अच्छी रही। हम मोदी और भाजपा के ट्वीटों पर भी किताब ला रहे हैं।’’ इस कामिक्स में बचपन में मोदी की बहादुरी के किस्से, संघ के प्रचारक के रूप में उनके काम, श्रीनगर के लाल चौक में 1992 में तिरंगा फहराने, भाजपा के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह वाघेला के साथ उनके मतभेद और गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने का जिक्र है। अंत में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद दिल्ली की चुनावी रैली में दिये गए उनके भाषण के कुछ अंश शामिल किये गए हैं।

(एजेंसी)

First Published: Sunday, April 13, 2014, 16:21
First Published: Sunday, April 13, 2014, 16:21
comments powered by Disqus

ओपिनियन पोल

क्‍या चुनाव में करारी हार के बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देना चाहिए?