
नई दिल्ली : कांग्रेस ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर, मुसोलिनी, ईदी अमीन और जिया उल हक जैसे तानाशाहों से की। लोकसभा चुनावों के लिए सभी दलों का प्रचार अभियान तेजी पर है और इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए संवाददाताओं से कहा कि ये सभी तानाशाह जनसाधारण द्वारा निर्वाचित किये जाते थे लेकिन उनके चुनाव का यह मतलब नहीं था कि उन्हें जनसंहार और मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों से छूट मिल गई।
सिंघवी ने प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार मोदी द्वारा कई बार साक्षात्कारों में 2002 के गुजरात दंगों के लिए माफी नहीं मांगने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी तरीके से चुनाव में मिला जनादेश किसी के भी नरसंहार या सांप्रदायिकता को जायज नहीं ठहरा सकता। हिटलर और मुसोलिनी दोनों ही बड़े अंतराल से चुनाव जीते थे और ऐसा ही ईदी अमीन और जिया उल हक के साथ भी था।
सिंघवी ने कहा कि जनसाधारण द्वारा चुने गये तानाशाहों में गुजरात में मोदी और युगांडा में ईदी अमीन हैं। इनमें एक चीज समान है कि वे जज हैं, ज्यूरी हैं और अभियोजक भी हैं। सारी भूमिका खुद निभाते हैं। उनके अंदर कोई संवेदना, केाई दया नहीं है। उन्हें लगता है कि वे कभी गल्ती नहीं करते इसलिए वे कभी माफी नहीं मांगते। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 17, 2014, 22:50