
सिलिगुड़ी (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बरसते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उन पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।
मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल के दौरान कोई वास्तविक ‘परिवर्तन’ नहीं हुआ है। भाजपा नेता ने यहां एक चुनावी रैली में कहा कि जब बंगाल में सरकार बदली थी तब मैंने सोचा था कि वहां विकास होगा। लेकिन कुछ नहीं हुआ। वह लोग सिर्फ वोट बैंक की राजनीति में लिप्त हैं।
ममता पर तेज हमले करते हुए मोदी ने कहा कि जब तक वह मोदी की आलोचना नहीं करतीं, तब तक उनका खाना नहीं पचता। अपनी ज्यादातर रैलियों में ममता ने मोदी की आलोचना करते हुए उन्हें कथित तौर पर सांप्रदायिक करार दिया है और गुजरात दंगों के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया है। मोदी का यह भाषण इससे पहले फरवरी में कोलकाता में दिए गए उनके भाषण से विपरीत हैं जब उन्होंने ममता के प्रति नरम रख अपनाया था और लोगों से यहां तक कहा था कि वे बंगाल में दीदी और दिल्ली में भाजपा को लेकर आएं। उन्होंने कहा कि नई सरकार को सत्ता संभालने हुए दो वर्ष हो गए हैं, लेकिन क्या आपने कोई परिवर्तन देखा है? लोगों के साथ धोखा किया गया है। यदि आपके पास दिल्ली में मजबूत एवं प्रगतिशील सोच वाली सरकार है तो हर छोटी चीज व्यवस्थित हो जाएंगी।
मोदी ने कहा कि आपने नकली परिवर्तन देखा है, अब वास्तविक परिवर्तन देखने का समय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी, आप जितना कीचड़ उछालेंगी, उतना ज्यादा कमल खिलेगा। मोदी ने कई करोड़ रुपये के सारदा चिटफंड घोटाले के मामले पर भी पार्टी की निंदा की और कहा कि उन्हें सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं की संलिप्तता के आरोप के अप्रत्यक्ष संदर्भ में कहा कि जो इतने कम समय में लूट में शामिल हुए हैं, यदि उन्हें और समय और मौका मिलेगा तो वे क्या करेंगे?
मोदी ने लोगों से अपील की कि वे इस बार बंगाल में कांग्रेस को खाता नहीं खोलने दें और भाजपा को अवसर दें कि वह राज्य को वास्तविक विकास के जरिए बदल सके। मोदी ने कहा कि आपने कांग्रेस को (केंद्र में) 60 वर्ष दिए हैं। हमें 60 महीने दीजिए और हम बंगाल में वास्तविक विकास करेंगे। मोदी ने दार्जिलिंग लोकसभा निर्वाचन सीट का जिक्र करते हुए कहा कि इस इलाके के विकास की नीति होनी चाहिए और यह विकास चाय एवं पर्यटन के जरिए हासिल किया जा सकता है जिसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। इस बार एस एस अहलूवालिया गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थन से दार्जिलिंग सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर खड़े हैं। इस सीट से भाजपा उम्मीदवार जसवंत सिंह ने जीजेएम के समर्थन से 2009 में जीत दर्ज की थी।
इस सभा में जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरंग के साथ दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार एवं जलपाईगुड़ी से भाजपा उम्मीदवार भी मौजूद थे। जेजीएम ने इन उम्मीदवारों को अपना समर्थन दिया है।
First Published: Thursday, April 10, 2014, 15:45