नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी को लोगों में आत्मविश्वास भरने वाला नेता बताने के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के बेटे जयंत आडवाणी ने कहा कि पार्टी और मोदी को अलग करके नहीं देखा जाना चाहिये ।
आडवाणी गांधीनगर से छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं जहां कल मतदान होना है । उन्होंने पिछला चुनाव एक लाख 20 हजार मतों से जीता था । इस बार उनका सामना कांग्रेस के किरीट पटेल से है । उनके चुनाव अभियान के प्रभारी जयंत ने कहा कि मोदी लहर से भाजपा को फायदा मिला है ।
जयंत ने भाषा से कहा, ‘ देश के लोग बदलाव चाहते हैं और उन्हें नरेंद्र मोदी से उम्मीदें हैं । युवाओं में मोदी को लेकर काफी उत्साह है । लोगों ने अपना मन बना लिया है और वे बदलाव के लिये वोट देना चाहते हैं । वे कांग्रेस सरकार को जल्दी हटाना चाहते हैं ।’ यह पूछने पर कि लोग भाजपा को वोट दे रहे हैं या मोदी को, उन्होंने कहा कि दोनों अलग नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमें मोदी को भाजपा से अलग करके नहीं देखना चाहिये । दोनों एक ही हैं । मोदी पार्टी का चुनावी चेहरा हैं और लोग केंद्र में बदलाव के लिये मतदान कर रहे हैं । हमें भाजपा और मोदी को एक ही परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिये।’ भाजपा की सरकार बनने पर आडवाणी की भूमिका के बारे में जयंत ने कहा, ‘आडवाणी जी कह चुके हैं कि चुनाव के बाद उन्हें जो भी जिम्मेदारी पार्टी से मिलेगी, वह स्वीकार करेंगे ।’
यह पूछने पर कि क्या उन्हें लगता है कि उनके पिता को पार्टी में वह दर्जा मिला जिसके वह हकदार थे, उन्होंने कहा, ‘ बिल्कुल । पार्टी से उन्हें सब कुछ मिला । प्यार, सम्मान और सहयोग जो शुरू से मिलता आ रहा है और आज तक मिल रहा है ।’ राजनीति में पदार्पण के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ अगर मौका मिला तो मैं जरूर राजनीति में आना चाहूंगा ।’
जयंत ने कहा, ‘गांधीनगर पारंपरिक रूप से भाजपा की सीट रही है और 1991 से आडवाणी इसकी नुमाइंदगी कर रहे हैं। उनके कद को देखते हुए गांधीनगर पार्टी की मजबूत सीट हो गई है ।’ स्थानीय मसलों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि लोग मोदी के विकास के काम से इतने खुश हैं कि पुराने स्थानीय मसले अब रहे ही नहीं हैं ।
उन्होंने कहा, ‘ पिछले एक दशक में गुजरात के विकास से लोग काफी खुश हैं । नब्बे के दशक में जब मैं वहां चुनाव प्रचार के दौरान जाता था तो लोग पानी की कमी, रोजगार के अभाव की शिकायतें करते थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं । गुजरात के विकास से समाज के हर तबके को फायदा हुआ है और अब पुराने स्थानीय मसले रह नहीं गए हैं ।’’ मोदी के नेतृत्व को श्रेय देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा पिछली बार के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 182 सीटों से कहीं बेहतर करेगी । भाजपा ने 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 182 सीटें जीती थीं । जयंत को यकीन है कि इस बार गांधीनगर से आडवाणी पिछली बार से अधिक अंतर से जीतेंगे।
उन्होंने कहा ,‘ मुझे उम्मीद है कि इस बार देश के बाकी हिस्सों की तरह गांधीनगर में भी मतदान का प्रतिशत अधिक होगा और इससे जीत का अंतर बढेगा ।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 15:30