
भागलपुर : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर आज प्रहार करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि मोदी के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय भयभीत हैं।
बिहार के भागलपुर लोकसभा क्षेत्र में नरेंद्र मोदी के कल भाजपा उम्मीदवार सैयद शाहनवाज हुसैन के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित किए जाने के बाद जदयू उम्मीदवार अबू कैसर के पक्ष में भागलपुर के गरोहटिया पंचायत में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि मोदी के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय भयभीत हैं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर प्रहार करते हुए नीतीश ने कहा कि कांग्रेस जिसके कार्यकाल के दौरान 1989 में भागलपुर में दंगे के साथ गठबंधन कर वे अपने को धर्मनिरपेक्षता का चैंपियन होने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने राजद पर अपने कार्यकाल के दौरान भागलपुर दंगे के आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि जदयू नीत राजग शासन काल के दौरान दंगा पीडितों को इंसाफ मिल पाया।
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश की पिछली राजद सरकार के साक्ष्य नहीं उपलब्ध कराने जाने के कारण बरी हो गए भागलपुर दंगा के आरोपियों को उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान सजा दिलवायी गयी, बल्कि इस दंगा के पीडितों को अब वर्ष 1984 के सिख दंगे की तर्ज पर पेंशन देने शुरू की और अब उसकी राशि को बढाकर पांच हजार रूपये कर दी गयी है। वहीं पूर्णिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि मोदी पर वर्ष 2002 के गुजरात दंगा को लेकर जो दाग उनके दामन पर लगा है वह मिट नहीं सकता इसलिए उस पर पर्दा डालने के लिए वह विकास की बात कर रहे हैं।
उन्होंने गुजरात विकास माडल के नाम पर लोगों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब उनसे पूछिए कि वह बेरोजगारी कैसे दूर करेंगे या मंहगाई पर कैसे काबू पाएंगे तो उसका भाजपा जवाब नहीं देती है बल्कि केवल एक व्यक्ति (नरेंद्र मोदी) के नाम का घर-घर में पहुंचाना चाहते हैं। नीतीश ने आरोप लगाया कि भाजपा के नये अवतार (नरेंद्र मोदी) पर अटल बिहारी वाजपेयी के पथ को छोडकर अयोध्या मंदिर, धारा 370 और यूनिफार्म सिविल कोड जैसे विवादित मुद्दों को शामिल कर लिया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 22:44