
लखनऊ : प्रतिष्ठित शिया उलमा मौलाना कल्बे जव्वाद का कहना है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर मुसलमानों में कुछ खौफ है, लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह की छवि वैसी ही बन रही है जैसी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की थी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लखनऊ लोकसभा सीट से राजनाथ सिंह की उनसे कल रात हुई मुलाकात के बारे में मौलाना जव्वाद ने आज यहां कहा कि इस मुलाकात को हम राजनीतिक नहीं मानेंगे। हमसे उनकी इससे पहले भी मुलाकातें होती रही हैं। इससे पहले जब वह प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे तो वह हमसे मिलते रहे। ईद की नमाज रही तो मुबारकबाद देने आते रहे। इस तरह से देखें तो हमारे पहले से ही संबंध रहे हैं यह मुलाकात सियासी नहीं है व्यक्तिगत है।
इस सवाल पर कि उन्होंने जिस तरह कांग्रेस के खिलाफ बयान दिया है क्या भाजपा के पक्ष में बयान देंगे, जव्वाद ने कहा कि हम तो किसी भी दल के पक्ष में बयान जारी करने का इरादा नहीं रखते। जो बातें राजनाथ ने हमसे कहीं वह हम अपने समुदाय के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से कोई जबरदस्ती नहीं है जो भी मिलने आ रहे हैं हम अपने समुदाय के सामने सबकी बात रखेंगे वे जिसे वोट करना चाहते हैं करें।
भाजपा के पक्ष में कोई फतवा जारी करने के इरादे के बारें में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फतवा राजनीतिक नहीं होता है, हमेशा शरीयत का होता है। सोनिया गांधी से बुखारी की मुलाकात और राजनाथ सिंह से उनकी मुलाकात के अंतर के बारे में सवाल होने पर उन्होंने कहा कि पहला फर्क तो यही है कि बुखारी सोनिया से मिलने गए थे और राजनाथ खुद हमारे पास आए। इस सवाल पर कि यह बाजपेयी का शहर है और क्या उसी तरह का समर्थन भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष और यहां के उम्मीदवार राजनाथ सिंह को भी मिलेगा, उन्होंने कहा कि राजनाथ की छवि वैसी ही बन रही है जैसी बाजपेयी की थी। वह उसी स्तर पर पहुंच रहे हैं।
मोदी के बारे में सवाल पर मौलाना जव्वाद ने हंसते हुए कहा कि मोदी के मामले में मुसलमानों को कुछ खौफ है मुसलमानों को डर महसूस होता है और उनको लगता है कि इस लिहाज से राजनाथ उनसे बेहतर साबित होंगे। मौलाना जव्वाद ने कहा कि उनसे (भाजपा) पहले खतरा लगता था कि उनकी हुकुमत बनी तो यह हो जाएगा, वह हो जाएगा लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि पाकिस्तान से सबसे अच्छे ताल्लुकात तब बने, जब वाजपेयी विदेश मंत्री थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 00:27