मेरी मंशा दलित समाज के अपमान की नहीं थी: रामदेव

मेरी मंशा दलित समाज के अपमान की नहीं थी: रामदेव हरिद्वार : बाबा रामदेव ने अपने ऊपर लग रहे आरापों पर मंगलवार को सफाई देते हुए कहा कि उनके द्वारा हनीमून शब्द का प्रयोग केवल राजनैतिक संदर्भ में किया गया था, उनकी मंशा दलित समाज के अपमान की नहीं थी।

रामदेव ने यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस तरह के शब्द अनेक संदर्भों में प्रयोग होते हैं। ‘‘मेरे द्वारा प्रयोग किये गये शब्द की अन्यथा व्याख्या करके कंग्रेस सहित कुछ राजनैतिक दल एवं मीडिया ट्रेडर्स दलित समाज को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

रामदेव ने कांग्रेस पर दलित वोट बैंक का राजनैतिक इस्तेमाल करने और उनका शोषण करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरे प्रकरण पर खेद व्यक्त कर पहले ही क्षमा मांग चुका हूं। मैंने हमेशा दलितों को सर्वणों के बराबर सम्मान दिया है, गत वर्ष दलित महिला की पांव-पूजन के साथ मैंने राष्ट्रीय महिला सम्मेलन की शुरुआत की थी जो कतई दलित विरोधी सोच नहीं कही जा सकती। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 22:15
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 22:15
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