मोदी ने अडाणी को दे दी वड़ोदरा जितने क्षेत्रफल में फैली जमीन: राहुल

मोदी ने अडाणी को दे दी वड़ोदरा जितने क्षेत्रफल में फैली जमीन: राहुलनई दिल्ली : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अडाणी समूह पर तीखा हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने शनिवार रात कहा कि उसे वड़ोदरा जितने बड़े क्षेत्रफल के बराबर जमीन कौड़ियों के भाव दी गई है। राहुल का यह भी कहना है कि अडाणी समूह को इतनी लंबी तटरेखा दी गई है जो मुंबई की तटरेखा के बराबर है। अडाणी समूह का नाम लिए बगैर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘उसे वड़ोदरा जितने बड़े इलाके की जमीन दे दी गई। आपको पता है किस दर पर ? महज 300 करोड़ रुपए में। मुंबई के बराबर तटरेखा भी उसे दी गई है।’’

यह पूछे जाने पर किया वह अडाणी समूह की तरफ इशारा कर रहे हैं, इस पर राहुल ने कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेना चाहेंगे। वड़ोदरा का क्षेत्रफल 149 वर्ग किलोमीटर है और मुंबई तटरेखा 167 किलोमीटर लंबी है।

एक समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘जब गुजरात विकसित हुआ तो लघु उद्योगों के कारण हुआ, अमूल जैसे आंदोलनों और उसकी मजबूती के कारण हुआ। अब आप जिस गुजरात मॉडल को देखते हैं, उसमें एक उद्योगपति का कारोबार 3,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 40,000 करोड़ रुपए तक बढ़ गया है।’’ राहुल ने कहा कि मोदी का आर्थिक मॉडल यह है कि ‘‘राज्य का पूरा धन दो-तीन लोगों को दे दो। यह मानसिकता देश के लिए खतरनाक है। मैं ऐसी मानसिकता के खिलाफ लड़ता रहा हूं।’’

राहुल ने अडाणी ग्रुप का नाम तो नहीं लिया पर वह हालिया दिनों में वह उस पर हमले बोलते रहे हैं। मोदी के विकास मॉडल को आड़े हाथ लेते हुए राहुल ने कहा, ‘‘गुजरात की हकीकत यह है कि दो-तीन उद्योगपति समृद्ध हो रहे हैं जबकि राज्य में बाकी लोग मारे जा रहे हैं।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उनका (मोदी का) पूरा ध्यान तीन-चार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने पर है ताकि वहां ‘ट्रिकल डाउन’ प्रभाव हो। ‘ट्रिकल डाउन’ प्रभाव अमेरिका में भी दिखा पर जल्द ही उसकी असलियत सामने आ गई।’’

राहुल ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली यूपीए सरकार ने भाजपा नीत एनडीए से बेहतर काम किया है । बेशक, वैश्विक मंदी की वजह से वृद्धि में थोड़ी मंदी जरूर आई। यूपीए सरकार के कार्यक्रम एवं उपलब्धियां गिनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘हकीकत यह है कि हम 10 साल सत्ता में रहे...ऐसे में सत्ता विरोधी माहौल थोड़ा-बहुत तो होता ही है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव प्रचार नेताओं के व्यक्तिगत स्तर पर आ गया है, राहुल ने कहा कि ‘‘निजी हमलों में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है और मैं ऐसा नहीं करता।’’

राहुल ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी एक व्यक्ति हैं। उनके अपने मुद्दे हैं। मुझे उनसे कोई लेना-देना नहीं। पर वह एक विचारधारा की नुमाइंदगी करते हैं। यह विचारधारा एक भारतीय को दूसरे भारतीय से लड़ाती है। देश के लिए यह खतरनाक है। मेरी लड़ाई इस विचारधारा के खिलाफ है।’’ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि यह एक ‘‘वास्तविकता’’ है पर इससे मुकाबले के लिए बातें बंद कर एक संस्थागत खाका तैयार कर इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है। राहुल ने कहा कि यूपीए सरकार और वह खुद आरटीआई, लोकपाल, भूमि अधिग्रहण विधेयक एवं मनरेगा के जरिए इस दिशा में काम करते रहे हैं।

इस मामले में भाजपा पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि उसके घोषणा-पत्र में भ्रष्टाचार पर बात की गई है पर ‘‘मुझे एक लाइन दिखा दीजिए जिसमें यह लिखा हो कि वह इससे मुकाबले के लिए क्या करेंगे...बातें बनाना एक बात है, कुछ करके दिखाना दूसरी बात।’’

राहुल ने कहा, ‘‘वास्तविकता में भ्रष्टाचार से मुकाबला एक लंबी लड़ाई है। मैं यह लड़ाई लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा।’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि मीडिया में प्रचार के मामले में कांग्रेस भाजपा को टक्कर नहीं दे रही है पर वह असल काम करने में यकीन रखते हैं।

भारत के भविष्य को आशावादी करार देते हुए राहुल ने कहा कि देश की अच्छी प्रगति हो रही है और ‘‘यदि हम प्यार से काम करें तो हम चीन को पीछे छोड़ देंगे। पर यदि हम लड़ेंगे तो वृद्धि रूक जाएगी।’’ मोदी को निशाने पर लेते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कहते हैं, ‘‘सारे फैसले करने का काम उन पर छोड़ देना चाहिए और वह ‘चौकीदार’ बनेंगे।’’ इसकी तुलना अपने मॉडल से करते हुए राहुल ने ‘प्राइमरी’ प्रणाली के जरिए उम्मीदवारों को चुनने की प्रक्रिया के बारे में बताया।

जब राहुल से कहा गया कि गुजरात में प्राइमरी प्रणाली के तहत चुने गए एक उम्मीदवार ने अपना नाम वापस ले लिया, तो उन्होंने कहा कि एक गड़बड़ी से पूरे विचार को खारिज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रणाली पर आधारित उनके इस विचार ने कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा अभद्र भाषा के इस्तेमाल के बारे में राहुल ने कहा, ‘‘किसी भी प्रकार का चरमपंथ खतरनाक है’’ और ‘‘हम उत्तर प्रदेश में सपा के खिलाफ लड़ रहे हैं’’। शादी के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा कि वह ‘‘अच्छी’’ लड़की मिलने पर शादी कर लेंगे । उन्होंने कहा शादी ‘‘किस्मत का मामला’’ है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 12, 2014, 23:18
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