ज़ी मीडिया ब्यूरो/बिमल कुमार/प्रवीण कुमार वाराणसी/नई दिल्ली : शहर में जीत दर्ज करने के एक दिन बाद देश के भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी का दौरा किया तथा काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना कर गंगा आरती में भाग लिया।
‘बाबा विश्वनाथ’ की पूजा अर्चना करने के बाद मोदी दशाश्वमेध घाट गये जहां उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया। श्लोकों के उच्चारण और शंखनाद के बीच उन्होंने करीब आधे घंटे तक गंगा आरती में भाग लिया। मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, उनके करीबी सहयोगी अमित शाह और पार्टी के उप्र प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी मौजूद थे।
मोदी की वाराणसी यात्रा को काशी के लोगों के प्रति आभार प्रकट करने के रूप में लिया जा रहा है जहां से वह तीन लाख मतों से अधिक अंतर से जीते हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री ने केन्द्र में भाजपा नीत राजग सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।
मोदी ने गंगा घाट पर आभार व्यक्त करने के लिए दिए अपने भाषण में कहा, 'जो बिन मांगे परोसे उसे मां कहते हैं। लेकिन, मुझे तो बनारस की जनता से मांगने का भी सौभाग्य नहीं मिला। मुझे मतदाताओं से बात करने से रोका गया।'
मां गंगा का आशीर्वाद मांगते हुए मोदी ने कहा कि गंगा के आह्वान पर ही वह यहां से लड़े। वह भगवान की इच्छा से ही यहां आये हैं ताकि नदी को स्वच्छ किया जा सके और इस पवित्र नगरी को देश की सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लिए अन्य कार्य किये जा सके। उन्होंने कहा, ‘मां गंगा ने मेरे लिए काम चुना है तथा वह जैसा मेरा निर्देशन करेंगी मैं उसके निर्देशों का पालन करता रहूंगा।’
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मां गंगा ने मेरे लिए कुछ खास तय किया है। साल 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 'स्वच्छ काशी' पेश करने का आज हम व्रत लेते हैं। अब हम काशी को गंदा नहीं रहने देंगे। महात्मा गांधी भी सफाई को लेकर प्रतिबद्ध थे। मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं और मेरा यह सपना है कि हमारा देश साफ सुथरा हो। साफ-सफाई को लेकर विदेशों में हमारे देश की छवि अच्छी नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह सफाई अभियान काशी से शुरू हो।'
मोदी ने आज अपने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें यह नसीहत दे डाली कि उन्हें मिलकर एक गठबंधन बनाना चाहिए ताकि विपक्ष का गठन हो सके। मोदी ने कहा, ‘आम तौर पर सरकार गठित करने के लिए गठबंधन बनाए जाते हैं। लेकिन अब विपक्ष के गठन के लिए एक गठबंधन बनाया जाना चाहिए। देश के लोगों ने उनके मुंह पर तमाचा मारा है।’ मोदी ने कहा कि मां गंगा ने मुझे यहां आने का सौभाग्य दिया। आपने मुझे आशीर्वाद दिया। इसे राजनीति के तराजू से नहीं तौला जा सकता है।
गंगा आरती के दौरान गंगा नदी के मध्य में एक विशाल इलेक्ट्रानिक कमल तैर रहा था। राजेन्द्र प्रसाद घाट पर गंगा नदी के आसपास पूरे क्षेत्र में स्थानीय पुलिस, गुजरात पुलिस, स्थानीय खुफिया इकाई के अधिकारी और केन्द्रीय बलों को तैनात किया गया था।
गंगा आरती आयोजन के अधिकतर पास भाजपा नेताओं एवं कार्यकताओं को जारी किये गये थे और घाट पर आम लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। राजेन्द्र प्रसाद घाट से होकर समीपवर्ती मीर घाट और शीतला घाट पर जाने के लिए आम लोगों पर जाने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है।
घाट पर मोदी का घाट पर स्वागत करने के लिए पूर्वांचल के कई नवनिर्वाचित भाजपा सांसद मौजूद थे। दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में रोज सैकड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ उतरती है। इसी घाट पर 2010 में बम विस्फोट हुआ था जिसमें दो लोग मारे गये थे और कई अन्य घायल हो गये थे।
इससे पहले, भाजपा मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोदी का भव्य स्वागत किया। काशी में भी पहुंचते ही मोदी का भव्य स्वागत किया गया तैयारियां की गई हैं।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाने और वाराणसी लोकसभा सीट से भारी जीत दर्ज करने के बाद मोदी आज वाराणसी पहुंचेंगे और शाम को गंगा आरती में भी हिस्सा लेंगे। यहां से सांसद के तौर पर निर्वाचित होने के बाद मोदी यहां पहली बार आ रहे हैं। बीजेपी नेता के दौरे से पूर्व शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
वाराणसी में उनके भव्य रोड शो का खाका तैयार किया जा रहा है। इस रोड शो में हजारों कार्यकर्ताओं के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इस रोडशो के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। जानकारी के अनुसार, मोदी आज पहले काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा करेंगे और फिर गंगा आरती तथा पूजन में भाग लेंगे। गौर हो कि उन्होंने वाराणसी में चुनाव लड़ने से पहले ‘मां गंगा’ का आशीर्वाद मांगा था।
बीजेपी के सूत्रों की मानें तो मोदी शनिवार को ही बनारस में इस बात की घोषणा भी कर देंगे कि वह वडोदरा की बजाय बनारस को ही अपनी कर्मभूमि बनाएंगे। पार्टी के सूत्रों का तर्क है कि यूपी की सियासत में सत्ता हासिल करने के लिए मोदी का वाराणसी में बने रहना बहुत जरूरी है। इसलिए मोदी वडोदरा की बजाय बनारस संसदीय सीट को ही अपने पास रखने का ऐलान शनिवार को कर सकते हैं। पार्टी को लगता है कि मोदी के बनारस में रहने का लाभ पार्टी को मिलेगा।
वहीं, पुलिस अधीक्षक (शहर) राहुल राज ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिसरों के अंदर और बाहर तथा दशाश्वमेध घाट पर उच्च सुरक्षा व्यवस्था की गई है। दशाश्वमेध घाट पर कड़ी निगरानी की जा रही है। इस घाट पर सात दिसंबर 2010 को कम तीव्रता के बम विस्फोट हो चुका है जिसमें दो लोग मारे गए थे।
गौर हो कि नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल को 3.37 लाख मतों के अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की। मोदी को पांच लाख 16 हजार 593 मत मिले जो कुल मतों के लगभग आधे हैं। वाराणसी में हालांकि मोदी को प्रचार के लिए रोहनियां में केवल एक रैली करने का मौका मिला था।
इससे पहले, दिल्ली पहुंचने पर मोदी ने कहा कि बीजेपी की इस विजय को मोदी की बजाय भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं के खाते में डाला जाए। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे से अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय तक रोडशो करते आये मोदी का पार्टी कार्यालय में भव्य स्वागत किया गया। कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी एक व्यक्ति के रूप में सबसे आग्रह करता है कि इस विजय के जश्न को मोदी के खाते में नहीं डाला जाए बल्कि इसे भाजपा के उन लाखों कार्यकर्ताओं के खाते में डाला जाए, जो 1952 से ही भाजपा को इस मुकाम पर पहुंचाने के लिए कठिन परिश्रम में लगे हुए थे।
First Published: Saturday, May 17, 2014, 16:05