ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबेनई दिल्ली: एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित बीजेपी में सरकार गठन को लेकर भारी मंथन हो रहा है जिसमें संघ भी कूद पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की भूमिका को लेकर संघ चाहता है कि उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल जरूर किया जाए। संघ की ख्वाहिश है कि राजनाथ सरकार में शामिल होकर अहम भूमिका का निर्वाह करे। दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि राजनाथ सिंह मोदी सरकार में नंबर दो की कुर्सी चाहते हैं।
हालांकि यह साफ नहीं है कि नंबर दो के पोजीशन की रुपरेखा क्या होगी। बताया जा रहा है कि सरकार के गठन को लेकर संघ ने नरेंद्र मोदी को खुली छूट दे दी है और उन्हें फैसले लेने की पूरी आजादी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक संघ नहीं चाहता कि मोदी टीम (कैबिनेट) के चुनाव में मोदी को किसी तरह की कोई असुविधा आए या फैसले लेने में परेशानी के हालात पैदा हो।
यह भी कहा जा रहा है कि किसी भी सियासी हालात, समस्या या किसी मतभेद के उपजने के मद्देनजर मोदी सीधे राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के मुखिया मोहन राव भागवत से बातचीत करेंगे। यानी मोदी को एक तरह से सीधा भागवत से `हॉटलाइन संपर्क` का अधिकार देकर उन्हें फैसले लेने की आजादी प्रदान की गई है।
इस बीच गुरुवार को अहम घटनाक्रम के तहत भाजपा की चुनाव बाद रणनीति पर चर्चा करने वाली बैठकों के तहत पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता सुरेश सोनी से मुलाकात की।सूत्रों ने बताया कि पार्टी अपनी संभावित सरकार बनने के मद्देनजर अपने संगठन में भारी बदलाव पर विचार कर रही है। राजनाथ और सोनी ने पार्टी में बदलाव के साथ ही उस राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की जो शुक्रवार यानी 16 मई के चुनाव परिणाम के बाद उत्पन्न होने की उम्मीद है।
यह बैठक राजनाथ की कल अहमदाबाद में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद हुई है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अरुण जेटली एवं पूर्व पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी भी मौजूद थे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Thursday, May 15, 2014, 14:56