मोदी की रैली पर EC में शीर्ष स्तर पर कोई मतभेद नहीं : संपत

नई दिल्ली : वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के संबंध में चुनाव आयोग ने आज शीर्ष स्तर पर किसी तरह के मतभेद की बात खारिज कर दी, जिसका संकेत चुनाव आयुक्त एच.एस. ब्रह्मा की तरफ से दिया गया था। आयोग ने भाजपा के इस आरोप का भी खंडन किया कि वह फैसले लेने में कमजोर हैं।

आयोग ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के रोडशो को अनुमति देकर और बुधवार को वाराणसी के सांप्रदायिक तौर पर संवेदनशील एक क्षेत्र में भाजपा की पसंद वाली जगह पर पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की जनसभा की अनुमति नहीं देने में किसी तरह के पक्षपात की बात को खारिज कर दिया।

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने साक्षात्कार में इस ओर इशारा किया कि ब्रह्मा भी सभी फैसलों में शामिल हैं और आयोग पर किसी भी तरह का हमला सभी पर माना जाएगा। उन्होंने वाराणसी के निर्वाचन अधिकारी के फैसले का मजबूती से बचाव किया और उन्हें इस क्षेत्र से हटाने की संभावना को खारिज कर दिया जहां सोमवार को मतदान होगा।

संपत ने गांधीनगर में मोदी के खिलाफ शिकायत दाखिल करने का आदेश देने में जल्दबाजी और अमेठी में कथित तौर पर मतदान की गोपनीयता के उल्लंघन के मामले में राहुल गांधी के मामले में रिपोर्ट मांगने में किसी तरह के पक्षपातपूर्ण रवैये के आरोपों को भी खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘शीर्ष नेतृत्व में सभी तीनों आयुक्तों के कामकाज शामिल हैं जो एक टीम के तौर पर काम करते हैं और आयोग दृढ़ता और आवश्यक मुस्तैदी के साथ संवैधानिक जिम्मेदारी अदा कर रहा है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 10, 2014, 21:18
First Published: Saturday, May 10, 2014, 21:18
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