ज़ी मीडिया ब्यूरो/आलोक कुमार रावनई दिल्ली : जद-यू से निष्कासित और शुक्रवार को भाजपा में शामिल हुए साबिर अली ने आतंकवादी भटकल को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। साबिर ने शनिवार को कहा कि भटकल से उनका दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है और उसके साथ संबंध साबित होने पर वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
ज़ी मीडिया से खास बातचीत में साबिर अली ने कहा, `मुझ पर लगे आरोप गलत हैं। भटकल से मेरा दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। भटकल के साथ किसी तरह का रिश्ता साबित होने पर मैं राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लूंगा।` साबिर ने भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
अली ने नकवी के आरोपों को चुनोदी दी और कहा कि उन्होंने भटकल को अपने सपनों में भी नहीं देखा है। भटकल के बारे में उन्हें जानकारी केवल समाचार पत्रों के माध्यम से हुई।
अली ने कहा, 'मै पूछ रहा हूं कि नकवी क्या अपने आरोपों को साबित कर सकते हैं? यदि वह आरोपों को साबित नहीं कर सकते तो उन्हें राजनीति छोड़ देनी चाहिए और मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं।'
ज्ञात हो कि साबिर अली शुक्रवार को भाजपा में शामिल हुए। साबिर के भाजपा में शामिल होने के बाद उनका विरोध बढ़ने लगा। सबसे पहले नकवी ने ट्वीट किया कि भटकल का भाई भाजपा में आ गया और अब दाऊद भी आ जाएगा। इसके बाद साबिर के खिलाफ भाजपा नेता लामबंद होने लगे। विनय कटिया और मुरली मनोहर जोशी ने भी साबिर के भाजपा में शामिल होने का विरोध किया है।
यही नहीं, साबिर के भाजपा में शामिल होने की खबर पर संघ ने भी अपनी नाराजगी जताई है। साबिर के बढ़ते विरोध को देखते हुए समझा जाता है कि भाजपा उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकती है। जद-यू में रहते हुए साबिर ने भाजपा और नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीखे हमले किए हैं और भाजपा में शामिल किए जाने पर भाजपा के नेताओं को यह बात अखर रही है।
First Published: Saturday, March 29, 2014, 09:50