
नई दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष एक ही व्यक्ति हों तो काफी अच्छा हो।
उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘सामान्य रूप से.. पार्टी नेता और प्रधानमंत्री एक ही व्यक्ति को होना चाहिए। यह उस समय पर निर्भर करेगा जिसमें हम रह रहे हों। आज, मैं महसूस करता है कि काफी अच्छा हो अगर पार्टी प्रमुख और प्रधानमंत्री एक ही व्यक्ति हों।’ चिदंबरम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संयज बारू के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। बारू ने कहा था कि संप्रग एक सरकार में असली सत्ता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास थी।
मंत्री ने हालांकि बारू के उन दावों को खारिज कर दिया कि महत्वपूर्ण फाइलों को सोनिया गांधी देखती थीं।
बारू ने अपनी किताब ‘दि एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री’ में कहा है कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी महत्वपूर्ण फाइलों पर सोनिया गांधी से निर्देश लेते थे। चिदंबरम ने कहा कि आजादी के बाद पहले कुछ सालों में पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री अलग-अलग व्यक्ति थे लेकिन उस समय प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व पार्टी अध्यक्ष से अपेक्षाकृत काफी बड़ा था।
भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को मजबूत नेता के रूप में पेश किए जाने के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में चिदंबरम ने कहा कि देश को हिटलर या मुसोलिनी जैसे मजबूत नेता की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने लोगों से सुना है कि वे ऐसा नेता चाहते हैं जो लोगों के सभी तबकों को स्वीकार्य हो, जो बुद्धिमान और दयालु हों। मैं नहीं समझता कि लोग कोई मजबूत नेता चाहते हैं। मैं नहीं समझता कि लोग इस देश में हिटलर या मुसोलिनी चाहते हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 22:45