नई दिल्ली: पीएमओ ने पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू पर प्रहार करते हुए कहा है कि उनकी किताब में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा तवज्जो नहीं देने की बात ‘‘काल्पनिक’’ है और इसे ‘‘रंग देकर’’ पेश किया गया है। पीएमओ ने इसकी फाइलों को सोनिया गांधी द्वारा देखे जाने को ‘‘निराधार एवं शरारतपूर्ण’’ बताया।
प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता पंकज पचौरी ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘पूर्व मीडिया सलाहकार का बयान कि पीएमओ की फाइल को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी देखती थीं, पूरी तरह निराधार एवं शरारतपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात से इंकार किया जाता है कि पीएमओ की किसी भी फाइल को सोनिया गांधी ने कभी भी देखा है।’’ बारू की किताब ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर - द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ पर पचौरी बयान दे रहे थे। किताब में कहा गया है कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलॅक चटर्जी पीएमओ के महत्वपूर्ण निर्णयों पर सोनिया से ‘‘निर्देश’’ लेते थे।
बारू की आलोचना करते हुए पीएमओ ने कहा, ‘‘पूर्व मीडिया सलाहकार की किताब विशिष्ट पद का दुरूपयोग करने और विश्वसनीयता प्राप्त करने के लिए उच्च कार्यालय तक पहुंच एवं व्यावसायिक लाभ के लिए इसका इस्तेमाल करना है।’’ इसने कहा, ‘‘किताब की बातें काल्पनिक हैं और पूर्व सलाहकार ने विचारों में रंग भरकर इसे पेश किया है।’’ बयान में दोहराया गया है कि ‘‘पिछले वर्ष अक्तूबर में प्रधानमंत्री ने जब वरिष्ठ संपादकों से मुलाकात की तो पूर्व मीडिया सलाहकार की टिप्पणियों पर सवाल उठाए गए थे। उनका उत्तर था ‘‘वह जो कह रहे हैं उस पर विश्वास मत कीजिए।’’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 13, 2014, 22:46