नई दिल्ली : देश में लोकसभा चुनावों की सरगर्मी अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। लेकिन ट्विटर पर मौजूद नेताओं के चुनावों में व्यस्त होने के कारण उनके फालोअर्स को उनकी त्वरित टिप्पणियां कम ही देखने को मिल रही हैं। अधिकतर नेता आजकल ट्विटर पर सिर्फ अपनी पार्टी के विज्ञापनों को ही रीट्वीट कर रहे हैं।
ट्विटर पर सबसे ज्यादा मुखर रहने वाले नेता शशि थरूर जिनके फालोअर्स की संख्या 21,58,706 है के ट्विटर खाते पर स्वयं द्वारा लिखी आखिरी टिप्पणी 1 मई की है जिसमें उन्होंने अपने चेन्नई रेल बम धमाके के स्थल पर दौरे पर जाने का जिक्र किया है। उसके बाद उन्होंने 3 मई को एक चित्र भी अपने समर्थकों के साथ साझा किया था। अन्यथा इन दिनों उनके खाते पर सिर्फ पार्टी के कामों, विज्ञापनों और अखबारों की सुखिर्यों के लिंक्स के रीट्वीट ही दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि शशि केरल की राजधानी तिरूअनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी हैं।
7 मई को होने वाले चुनावों में सबसे ज्यादा सुखिर्यां बटोरने वाले चुनाव अमेठी के हैं। यहां से कांग्रेस के प्रत्याशी राहुल गांधी और उनके लिए प्रचार कर रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों के ही ट्विटर पर खाते नहीं हैं। अमेठी के चुनाव को सबसे पहले दिलचस्प बनाने वाले आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास के ट्विटर पर 2,81,120 फालोअर्स हैं और वे ट्विटर पर मुखर भी हैं लेकिन आजकल उनके खाते पर उनके मित्र पंकज शुक्ला के ही रीट्वीट उनके फालोअर्स को देखने को मिल रहे हैं। कुमार द्वारा स्वयं लिखे गए ट्वीट तो बस फर्जी खातों से बचने की जानकारी दे रहे हैं।
कुमार ने ट्वीट में कहा है, ‘मेरे नाम के फर्जी खाते लोगों को गलत जानकारी मुहैया करा रहे हैं। ट्विटर को सूचित करने के बावजूद उन्होंने नकली खातों को बंद नहीं किया है।
अमेठी से भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी भी ट्विटर पर मौजूद हैं। ट्विटर पर उनके 2,58,926 फालोअर्स हैं। वे लगातार अपने अपडेट करती रहती हैं जिसमें पार्टी और मोदी से जुड़े प्रचार और खबरों के लिंक के साथ-साथ स्थानीय मुद्दे भी होते हैं। भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह के ट्विटर पर 2,46,410 फालोअर्स हैं। राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली के ट्विटर पर 2,02,981 फालोअर्स हैं। दोनों ही हर कुछ देर में अपनी त्वरित जानकारी और टिप्पणियां लोगों के साथ साझा करते रहते हैं। पर इसमें भी अखबारों की खबरों के लिंक और चुनाव कार्यक्रमों की जानकारी की ही बहुतायत रहती है। वैसे कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी ट्विटर से दूर ही हैं।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज भी ट्विटर पर मुखर रहती हैं और फालोअर्स के मामले में वे राजनाथ और जेटली से कहीं आगे हैं। उनके ट्विटर पर 10,68,669 फालोअर्स हैं। अक्सर उनके ट्वीट विवादों को जन्म देते रहे हैं लेकिन चुनावी माहौल में उनके ट्विटर खाते से ऐसी कोई टिप्पणी नहीं आई जो राष्ट्रीय फलक पर छा गई हो।
चुनाव से लगभग गायब रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान उनके नाम से बनाए गए प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर खाते के 12,03,364 फालोअर्स हैं। पर यहां कुछ भी चुनावी नहीं है। इस चुनाव में सबसे महत्तवपूर्ण सीट बन चुकी वाराणसी की सीट पर भाजपा और आप पार्टी, दोनों के प्रत्याशी ट्विटर भी चलाते हैं।
भाजपा के बनारस से प्रत्याशी और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के फिलहाल सभी राजनेताओं में सबसे ज्यादा 38,98,605 फालोअर्स हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल के फालोअर्स की संख्या (17,45,366) है जो बाकी कई नेताओं से बहुत अधिक है। दोनों नेता बराबर अपने खाते को अपडेट करते रहते हैं।
मोदी के ट्विटर खाते पर जहां पिछले कुछ समय से सिर्फ ‘नीच राजनीति’ जुमले से जुड़े ट्वीट ही दिख रहे हैं वहीं केजरीवाल के खाते पर भाजपा पर हमलावर ट्वीट ही नजर आ रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 6, 2014, 16:03