राजनीति में मेरी कोई महत्‍वाकांक्षा नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करने का है मिशन : नरेंद्र मोदी

राजनीति में मेरी कोई महत्‍वाकांक्षा नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करने का है मिशन : नरेंद्र मोदीज़ी मीडिया ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी ने इन आलोचनाओं को सिरे खारिज किया वह एक अधिकारवादी व्‍यक्ति हैं और अपनी पार्टी को `वन मैन शो` बनाने का प्रयास किया।

एक निजी न्‍यूज चैनल के साथ इंटरव्‍यू के दौरान बीजेपी नेता के हवाले से मंगलवार को यह कहा गया कि वह एक टीम प्‍लेयर हैं और उनका यकीन सामूहिक निर्णय लेने में है। उन्‍होंने कहा कि ` कोई व्‍यक्ति कैसे अकेले ही महत्‍वपूर्ण निर्णय ले सकता है, यह संभव नहीं है। मेरी सफलता का राज यह है कि मैं कोई निर्णय अकेले नहीं लेता हूं। मैं एक टीम प्‍लेयर हूं। कोई भी निर्णय लेने से पहले मैं अपनी टीम से संपर्क करता हूं और उसके बाद जब निर्णय सामने आता है तो उस पर मैं टिका रहता हूं।

इंटरव्‍यू के दौरान बीजेपी नेता ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) से अपने संबंधों को लेकर भी बातचीत की और कहा कि वह राजनीति में केवल प्रधानमंत्री बनने के लिए नहीं हैं बल्कि उनका मिशन देश के लोगों की सेवा करना है। मैं आरएसएस का पूरी तरह ऋणी हूं, इसकी विचारधारा ने मुझे शुरुआती दिनों से ही प्रभावित किया। आरएसएस ने मुझे जमीनी हकीकत के बारे में सिखाया और साथ ही मैंने यह भी सीखा कि मानवता की सेवा ही भगवान की सबसे बड़ी सेवा है।

मोदी ने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता के तौर पर मिले प्रशिक्षण ने मुझे अनुशासित, केंद्रित बनाया। इससे मेरे जीवन को एक नया आकार मिला। बीजेपी नेता ने इस बात पर जोर दिया कि उनके लिए राजनीति कोई महत्‍वाकांक्षा नहीं रही बल्कि देश के लोगों की सेवा करने का मिशन रहा।
मोदी ने इस बात को रेखांकित किया कि छत्‍तीसगढ़, मध्‍य प्रदेश, गुजरात और राजस्‍थान में बीजेपी सरकारों ने काफी अच्‍छा काम किया है और इसलिए लोगों ने वोट देकर पार्टी को सत्‍ता में लाया।

मोदी ने कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार महंगाई रोकने में नाकाम रही। इस सरकार के शासन के दौरान घोटालों की सीरीज, कालाधन और दिशाहीन व कमजारे विदेश नीति सामने आई।

बीजेपी नेता ने कहा कि यह अपनी तरह का पहला चुनाव है। हमें खो चुके लोगों के भरोसे को लौटाना है और सरकार के प्रति विश्‍वास जगाना है। आगामी लोकसभा चुनावों को `उम्‍मीदों का चुनाव` बताते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह देश को खराब गवर्नेंस, वोट बैंक पॉलिटिक्‍स, वंशवादी शासन, भ्रष्‍टाचार और संवैधानिक संस्‍थाओं से से छुटकारा दिलाना चाहते हैं, जोकि कांग्रेस सरकार के शासन में खूब फले-फूले।

बीजेपी के लिए इस समय देश भर में सघन प्रचार अभियान चला रहे मोदी अपने रैलियों में बार बार कहते रहे हैं कि देश के सामने सबसे बड़ा संकट यह है कि लोग कांग्रेस के प्रति अपना भरोसा खो चुके हैं। इसके लिए गरीब विरोधी नीतियां खासी जिम्‍मेवार हैं।

अपनी चुनावी रैलियों के दौरान नरेंद्र मोदी नौकरियों का सृजन, कौशल प्रशिक्षण, कृषि उत्‍पादों में वृद्धि, औद्योगिक उत्‍पादन, स्‍वास्‍थ्‍य, आरक्षण एवं महिलाओं का सशक्तिकरण और सुरक्षा उपायों का सुदृढ़ीकरण आदि शीर्ष प्राथमिकताओं में गिनाते रहे हैं।
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 11:34
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 11:34
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