नई दिल्ली : मतदान बाद सर्वेक्षणों में कांग्रेस के लिए निराशाजनक संभावनायें जताये जाने के साथ केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने आज इस बात को खारिज किया कि चुनाव में संभावित खराब प्रदर्शन राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता की कमी का संकेतक होगा और कहा कि राहुल गांधी कभी संप्रग सरकार का हिस्सा नहीं थे। कमलनाथ ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार अपने कार्यक्रमों तथा जो अच्छे कार्य वह कर रही है, उन सब के बारे में जनता को ठीक ढंग से नहीं बता पाई।
कमलनाथ ने कहा कि सरकार के कामकाज के बारे में जनता की क्या धारणा है , चुनाव के नतीजे इसी को प्रतिबिंबित करते हैं लेकिन ..उसे खारिज करना (अच्छे कार्यों को) और कहना कि हमने दस वषो’ में कुछ नहीं किया गलत है। राहुल गांधी कभी सरकार का हिस्सा नहीं रहे। उधर विपक्षी गठबंधन राजग को एग्जिट पोल में बहुमत मिलने की जताई जा रही संभावना पर भाजपा ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को हार की जवाबदेही से बचाने के लिए सत्तारूढ़ दल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के रूप में कोई बली का बकरा खोज लेगा।
भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा, कांग्रेस का तो यही मंत्र है कि कुछ अच्छा होने का सारा श्रेय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दो और गलत होने का दोष दूसरों के सिर मढ़ दो। ऐसे में पक्का है कि चुनाव में हार के लिए प्रधानमंत्री और अन्य को दोषी ठहराया जाएगा। सामूहिक जवाबदेही की बात होगी। कमलनाथ ने मतदान बाद सर्वेक्षणों के अनुमानों को कोई तवज्जो नहीं देते हुए याद दिलाया कि 2004 और 2009 में एक्जिट पोल के नतीजे वास्तविकता से काफी दूर रहे थे इसलिए अच्छा यह रहेगा कि हम 16 मई का इंतजार करें जब सभी सीटों के परिणाम घोषित होंगे।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 13, 2014, 18:39