वाराणसी में राहुल ने किया रोडशो, बिस्मिल्लाह खान के परिवार ने शहनाई बजाई

वाराणसी में राहुल ने किया रोडशो, बिस्मिल्लाह खान के परिवार ने शहनाई बजाईवाराणसी : प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह अमेठी में चुनाव प्रचार कर स्थानीय उम्मीदवार राहुल गांधी पर निशाना साधा था, उसी तरह राहुल गांधी ने भी शनिवार को वाराणसी में चुनाव प्रचार किया और प्रचार के आखिरी दिन एक प्रभावशाली रोडशो कर मोदी पर हमला किया। मोदी वाराणसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

गांधी टोपी पहने 43 वर्षीय नेता ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के साथ मुस्लिम बहुल गोल गद्दा इलाके में अपना रोडशो शुरू किया। राहुल ने अपने वाहन के आसपास खड़े समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उनके काफिले ने चार घंटे में 12 किलोमीटर की दूरी तय की।

वाराणसी में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राहुल का पहला रोडशो अमेठी में मतदान से पहले 5 मई को नरेन्द्र मोदी की रैली का जवाब था। अमेठी से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी राहुल गांधी को टक्कर दे रही हैं।

राहुल के रोडशो ने मोदी और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविन्द केजरीवाल की अपेक्षा अधिक दूरी तय की। हालांकि उनका रोडशो विपरीत दिशा से शुरू हुआ।

कांग्रेस उपाध्यक्ष का रोडशो नेशनल इंटर कॉलेज से शुरू हुआ और मैदागिन, बेनियाबाग और अस्सी जैसे व्यस्त इलाकों से गुजरने के बाद लंका गेट पर पहुंचा।

राहुल ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के लंका गेट पर कांग्रेस समर्थकों की भीड़ के बीच मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। प्रतिमा के आधार तक पहुंचने के लिए राहुल को सीढ़ी चढ़ने में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मदद की। मोदी और केजरीवाल ने भी अपने पूर्व के रोडशो में मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था।

राहुल के रोडशो में मौजूद नेताओं में गुलाम नबी आजाद, नगमा, मधुसूदन मिस्त्री, सीपी जोशी और राज बब्बर शामिल थे। गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘हम जीत के लिए लड़ रहे हैं। हमें अपनी जीत का पूरा भरोसा है।’’ राहुल के रोडशो के दौरान दिवंगत शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान के परिवार के सदस्यों ने शहनाई बजायी।

इससे पहले मोदी ने जब 24 अप्रैल को वाराणसी लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल किया था तब बिस्मिल्लाह खान के परिवार ने उनका प्रस्तावक बनने से इनकार कर दिया था। नौ चरण वाले लोकसभा चुनावों के आखिरी चरण के तहत 12 मई को वाराणसी में मतदान होगा।

राहुल का काफिला वाराणसी की सड़कों पर झंडा लहराती भीड़ के साथ आगे बढ़ा। उनके काफिले को चारों ओर से पुलिसकर्मियों के एक दल ने घेर रखा था। तेज धूप के बावजूद कांग्रेस समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे थे जिनमें से कइयों ने तिरंगे की टोपियां भी लगा रखी थीं।

राहुल को बेनिया बाग इलाके में रोडशो की मंजूरी मिली थी जहां चुनाव आयोग ने सुरक्षा कारणों से मोदी को रैली की मंजूरी नहीं दी थी जिससे भाजपा बहुत नाराज है। भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘‘यह चुनाव प्रक्रिया पर एक धब्बा है, जहां प्रधानमंत्री पद के एक उम्मीदवार को उनके निर्वाचन क्षेत्र में रैली करने की मंजूरी नहीं दी गयी। मोदी के लिए सुरक्षा कारणों का हवाला क्यों दिया गया, दूसरे नेता के लिए ऐसा क्यों नहीं किया गया जो वहां चुनाव प्रचार कर रहे हैं?’’

जेटली ने कहा, ‘‘यह अब साफ है कि राजनीतिक कारणों से मंजूरी नहीं दी गयी न कि सुरक्षा कारणों से।’ राहुल के रोडशो से पहले कल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविन्द केजरीवाल ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के लंका गेट से मैदागिन इलाके के टाउन हॉल तक एक बड़ा रोडशो किया था। दो दिन पहले मोदी ने भी यहां एक रोडशो किया था। मोदी अपने काफिले में बीएचयू से सिगरा पहुंचे थे। कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय को कद्दावर मुस्लिम नेता मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल का भी समर्थन मिला है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच दुश्मनी का पुराना इतिहास रहा है।

कांग्रेस अल्पसंख्यक समुदाय को लुभाने की पुरजोर कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि केजरीवाल ने मुस्लिम मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बना ली है। आज शाम चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। केजरीवाल का आज एक रोडशो निर्धारित था जो रद्द हो गया। इसके बाद आप नेता कुमार विश्वास ने केजरीवाल के समर्थन में रोडशो किया। साथ ही सपा नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भी एक रोडशो निर्धारित था। कांग्रेस समर्थकों ने आज तड़के से ही यहां जुटना शुरू कर दिया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, May 10, 2014, 08:56
First Published: Saturday, May 10, 2014, 08:56
comments powered by Disqus

ओपिनियन पोल

क्‍या चुनाव में करारी हार के बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देना चाहिए?