इंदौर : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के शुरू किये गये देशव्यापी प्रयोग ‘प्राइमरी’ को मध्यप्रदेश में आज तगड़ा झटका लगा, जब इस प्रणाली के तहत तय दोनों कांग्रेस उम्मीदवारों को करारी चुनावी हार झेलनी पड़ी। इन उम्मीदवारों में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव मीनाक्षी नटराजन शामिल हैं। कांग्रेस पदाधिकारियों ने ‘प्राइमरी’ के तहत हुए आंतरिक चुनावों के जरिये इंदौर लोकसभा सीट के लिये पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल (46) को पार्टी के उम्मीदवार के
रूप में चुना था। पटेल को उनकी मुख्य चुनावी प्रतिद्वन्द्वी और वरिष्ठ भाजपा नेता सुमित्रा महाजन (71) ने चार लाख 66 हजार 901 मतों के बड़े अंतर से परास्त किया। ‘ताई’ के नाम से मशहूर सुमित्रा ने इसके साथ ही लगातार आठवीं बार इंदौर सीट से चुने जाने का कीर्तिमान स्थापित किया।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की प्रचंड चुनावी लहर पर सवार सुमित्रा को आठ लाख 54 हजार 972 मत मिले, जबकि पटेल को तीन लाख 88 हजार 71 वोटों से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस सचिव मीनाक्षी नटराजन (40) भी इस बार ‘मोदी लहर’ के कारण अपनी मंदसौर सीट नहीं बचा सकीं। उन्हें भी राहुल के ‘प्राइमरी’ प्रयोग के तहत इस सीट से पार्टी की उम्मीदवार चुना गया था।
मंदसौर की निवर्तमान सांसद मीनाक्षी को पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा उम्मीदवार सुधीर गुप्ता (54) ने तीन लाख तीन हजार 649 मतों से हराया। भाजपा की मंदसौर जिला इकाई के अध्यक्ष गुप्ता ने छह लाख 98 हजार 335 वोट हासिल किये, जबकि मीनाक्षी तीन लाख 94 हजार 686 मतों पर सिमट गयीं। राहुल ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की जनवरी में आयोजित बैठक के दौरान कहा था कि पार्टी ‘प्राइमरी’ के प्रयोग के तहत 15 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार तय करेगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 16, 2014, 21:44