नारे पर राजनाथ का यू-टर्न, कहा-'अबकी बार मोदी सरकार'

नारे पर राजनाथ का यू-टर्न, कहा-`अबकी बार मोदी सरकार`ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों के लिए अपने नए नारे `अबकी बार भाजपा सरकार` जारी करने के कुछ ही देर बाद भाजपा इससे पलट गई। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस नारे से यू-टर्न लेते हुए नया नारा `बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार` जारी किया।

इसके पहले, भाजपा ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपने चुनावी नारे को बदल दिया। इस नारे से बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी के नाम को हटाया गया। बीजेपी का नया नारा `अबकी बार भाजपा सरकार` बन गया। बीजेपी अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह ने सोमवार को पार्टी के एक कार्यक्रम में इस नए नारे को जारी किया। इससे पहले, बीजेपी का नारा था `अबकी बार मोदी सरकार`। लेकिन सोमवार को ही भाजपा अपने पुराने नारे `अबकी बार मोदी सरकार` पर आ गई। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर कहा, `बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार`।

गौर हो कि इससे पहले भाजपा ने वाराणसी में अपने समर्थकों द्वारा ‘हर हर मोदी’ नारे से अपने को अलग करते हुए कहा कि उसका आधिकारिक नारा ‘अब की बार, मोदी सरकार’ है। पार्टी प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने एक बयान में कहा कि यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ टेलीविजन चैनलों पर बहस हो रही है कि ‘हर हर नारा’ भाजपा का ‘नारा’ है। उन्होंने कहा कि भाजपा का नारा ‘अब की बार, मोदी सरकार’ है। हिन्दू संतों और विपक्षी दलों द्वारा ‘हर हर मोदी’ नारे पर आपत्ति जताए जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने खुद ही अपने समर्थकों से कहा है कि वे इसका उपयोग नहीं करें।

मोदी ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि कुछ उत्साही समर्थक हर हर मोदी नारे का उपयोग कर रहे हैं। मैं उनके उत्साह का सम्मान करता हूं लेकिन उनसे अनुरोध करता हूं कि वे भविष्य में इस नारे का उपयोग नहीं करें। द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने पारंपरिक नारे ‘हर हर महादेव’ की तर्ज पर ‘हर हर मोदी’ के उपयोग पर अप्रसन्नता जताई थी। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे राजनीतिक दलों ने भी ‘हर हर मोदी, घर घर मोदी’ के नारे का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह नारा भगवान शिव का अपमान है। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Monday, March 24, 2014, 18:38
First Published: Monday, March 24, 2014, 18:38
comments powered by Disqus

ओपिनियन पोल

क्‍या चुनाव में करारी हार के बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देना चाहिए?