गांधीनगर में 'टीम मोदी' की मैराथन बैठक खत्म, 17 को दिल्ली में होगी संसदीय बोर्ड की बैठक

by Pravin kumar
गांधीनगर में 'टीम मोदी' की मैराथन बैठक खत्म, 17 को दिल्ली में होगी संसदीय बोर्ड की बैठकज़ी मीडिया ब्यूरो/प्रवीण कुमार

नई दिल्ली/अहमदाबाद : नई दिल्ली : एनडीए की संभावित सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है। पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं के बीच बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मिलने गांधीनगर पहुंचे।

करीब पांच घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद देर शाम राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'बैठक में चुनाव पर चर्चा हुई। एग्जिट पोल के नतीजों पर चर्चा हुई। इन नतीजों के आधार पर हम यह कहने की स्थिति में हैं कि हर हालात में नरेंद्र मोदी ही पीएम बनेंगे। नरेंद्र मोदी 17 मई को दिल्ली आएंगे और इसके बाद हम संसदीय बोर्ड की बैठक में सरकार बनाने को लेकर तमाम फैसले लेंगे। संसदीय बोर्ड की बैठक में ही मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में गुजरात का सीएम कौन होगा पर भी चर्चा होगी'

इससे पहले बुधवार को नई दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कथित रूप से नाराज भाजपा नेताओं से मुलाकात की। गडकरी ने जहां सुषमा स्वराज और राजनाथ सिंह से मुलाकात की, वहीं अमित शाह ने अरुण जेटली से मुलाकात की। गांधीनगर में हुई बैठक में सुषमा स्वराज शामिल नहीं हुईं। नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद सुषमा भोपाल रवाना हो गईं। इसके बाद राजनाथ, अरुण जेटली और नितिन गडकरी ये तीनों नेता दिल्ली से गांधीनगर के लिए रवाना हो गए।

राजनाथ सिंह ने दिल्ली में कहा कि हम लोग मिलकर बैठक कर रहे हैं। भाजपा के नेतृत्व में एनडीए पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। मोदी जी देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका पर राजनाथ ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक होगी जिसमें फैसला लिया जाएगा।

राजग के सत्ता में आने पर भाजपा में परिवर्तन के भी कयास लगाए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों का हालांकि मानना है कि राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे। लेकिन इस बात की भी चर्चाएं हैं कि गडकरी फिर से अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। हालांकि गडकरी ने ऐसी किसी संभावना से इंकार करते हुए कहा है कि राजनाथ पार्टी की कमान संभाले रखेंगे। सूत्रों के अनुसार आरएसएस ने भी सलाह दी है कि सरकार बनने की स्थिति में पार्टी को कमजोर नहीं होने दिया जाए और उसकी मजबूती और जोश में कमी नहीं आने दी जाए।
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 19:32
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 19:32
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