हरिद्वार : दलितों को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर बाबा रामदेव की विवादास्पद टिप्पणी पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुये पुरी गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षानन्द ने कहा है कि रामदेव पहले ही ‘घघरी’ पहन कर संतों को बहुत बदनाम कर चुके हैं और अब बेहतर होगा वह अपनी जुबान बंद कर अपनी दुकान चलायें ।
शंकराचार्य ने यह बात दिल्ली के रामलीला मैदान की घटना के संदर्भ में कही जब रामदेव ने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए महिलाओं के कपड़े पहने थे। राहुल गांधी पर रामदेव के बयान को अमर्यादित और संत आचरण के विरूद्ध बताते हुये शंकराचार्य अधोक्षानन्द ने कहा कि संतमुख प्रवचन के लिए होता है, अश्लील दुर्वचन के लिए नहीं ।
उन्होंने रामदेव द्वारा राहुल गांधी के बारे में की गई टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि कोई अच्छा इन्सान उस बलिदानी नौजवान के लिए ऐसी बात नहीं कह सकता, जिसने इस देश के लिए अपने पिता का साया और दादी का वात्सल्य और संरक्षण खोया है ।
भाजपा पर अनर्गल प्रलाप करने वाली पार्टी होने का आरोप लगाते हुये शंकराचार्य अधोक्षानन्द ने कहा कि भाजपा ने केंद्र में राजग सरकार के अपने कार्यकाल में देश के दुश्मन आंतकवादियों को कंधार ले जा कर अपने हाथों से आजाद किया जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में दो खूंखार आतंकवादियों को फांसी दी गयी। इसके लिए कांग्रेस और रक्षामंत्री शिंदे दोनों आभार जताये जाने के पात्र हैं ।
शंकराचार्य ने कहा कि मोदी इस देश की बागडोर संभालने और देश चलाने का वादा करते घूम रहे हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि जो व्यक्ति अपनी पत्नी को सात फेरों पर सात वचन देकर उन्हें नहीं निभा पाया वो देश की जनता को दिये वचनों पर कैसे खरा उतर सकता है । मोदी केवल जनता को भ्रमित कर सत्ता सुख के अभिलाषी हैं ।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जनता में भ्रम फैलाने वाले लोग है जिनमें रामदेव भी शामिल हैं। शंकराचार्य अधोक्षानन्द एक दिन के अपने हरिद्वार दौरे के बाद गंगा स्नान कर मथुरा रवाना हो गये । (एजेंसी)
First Published: Monday, April 28, 2014, 13:47