मान गए बच्ची सिंह रावत, भाजपा में दोहराई आस्था

मान गए बच्ची सिंह रावत, भाजपा में दोहराई आस्थादेहरादून : नैनीताल लोकसभा सीट के लिए पैनल में नाम न भेजे जाने से नाराज होकर सभी पार्टी पदों से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता बच्ची सिंह रावत ने आज पार्टी में अपनी आस्था दोहराते हुए कहा कि उन्हें अब किसी से कोई शिकायत नहीं है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत की मौजूदगी में एक पत्रकार सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जिन मसलों को लेकर उन्होंने सभी पार्टी पदों से इस्तीफा दिया था, केंद्रीय नेतृत्व ने उन सभी को सुलझा दिया है और आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर दी जाने वाली कोई भी जिम्मेदारी निभाने को वह तैयार हैं।

रावत ने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मेरी बात को ध्यान से सुना। मेरी शिकायत खासतौर से उस प्रक्रिया को लेकर थी जिसके तहत नैनीताल लोकसभा सीट के लिये संभावित उम्मीदवारों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गयी। मैं अब संतुष्ट हूं।’ उन्होंने कहा, ‘नेतृत्व के निर्देश पर उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर पार्टी की विजय को सुनिश्चित करने हेतु खुद को समर्पित करने के लिये मैं अब तैयार हूं।’ चार बार सांसद रह चुके रावत नैनीताल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी की प्रदेश इकाई द्वारा केंद्रीय नेतृत्व को भेजे गये संभावित प्रत्याशियों की सूची में से नाम हटाये जाने से नाराज होकर उन्होंने गत नौ मार्च को सभी पार्टी पदों से इस्तीफा दे दिया था।

भाजपा नैनीताल लोकसभा सीट के लिये पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के नाम का पहले ही ऐलान कर चुकी है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह नैनीताल में कोश्यारी के लिये प्रचार करेंगे, रावत ने सीधा जबाव देने से बचते हुए कहा कि कोश्यारी का अपना कद है और वह निश्चित रूप से एक बड़े अंतर से जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पार्टी सभी पांचों लोकसभा सीटों पर विजयी होगी क्योंकि पूरे देश के लोग नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।

रावत ने कहा, ‘देशभर में लोगों ने कांग्रेस के कुशासन से मुक्त होने और मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखने का मन बना लिया है। उत्तराखंड भी कोई अपवाद नहीं है और यहां भी लोगों ने मार्च 2012 से दो कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों को देख लिया है जिन्होंने प्रदेश के लिये कुछ भी नहीं किया।’ उन्होंने कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा अपना ज्यादातर समय नयी दिल्ली में ही बिताते रहे जबकि आपदा प्रभावित राज्य के लोग राहत के लिये गुहार लगाते रहे। हरीश रावत मुख्यमंत्री बने, तो एक चमत्कार की उम्मीद थी लेकिन वह भी कुछ नहीं कर पाये। पिछले दो महीनों में उन्होंने अगर कुछ किया है तो केवल घोषणायें की हैं।’

रावत ने उत्तराखंड के सांसदों की भी इस बात के लिये आलोचना की कि सत्ताधारी पार्टी के होने के बावजूद उन्होंने राज्य के लिये कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘उन सभी के संसद में होने के बावजूद संप्रग सरकार ने राजग सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड को दिया गया औद्यौगिक पैकेज वापस ले लिया।’ उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता कांग्रेस के सभी सांसदों को धूल चटा देगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 21:55
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 21:55
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