
पटना-अमेठी : बिहार के दो भाजपा नेताओं ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘नीच राजनीति’ वाले बयान को लेकर बुधवार को प्रियंका गांधी के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज कराये वहीं राहुल गांधी ने इस टिप्पणी पर भाजपा की ओर से किये जा रहे पलटवार पर कहा कि लोग जाति से नहीं कर्म से नीच होते हैं।
प्रियंका गांधी के उक्त बयान के बाद शुरू हुआ विवाद समाप्त होता नहीं दिखाई दे रहा है और भाजपा तथा कांग्रेस एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं।
भाजपा की बिहार इकाई के महासचिव सूरजनंदन मेहता ने पटना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रमाकांत यादव की अदालत में मामला दर्ज कराया और आरोप लगाया कि प्रियंका के बयान समूहों के बीच शत्रुता पैदा करेंगे और शांति में खलल डालेंगे।
भारतीय दंड संहिता की धाराओं 153 (ए) (विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 153 (बी) (राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने वाले आरोप, दावे), 171 (जी) (चुनाव के सिलसिले में झूठा बयान), 500 (मानहानि) और 504 (शांति में खलल डालने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
प्रदेश भाजपा मछुआरा समुदाय प्रकोष्ठ के प्रमुख अर्जुन साहनी ने प्रियंका के खिलाफ इन्हीं आरोपों में दरभंगा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शैलेंद्र पांडेय की अदालत में मामला दर्ज कराया।
उत्तर प्रदेश में अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी में मतदान के दिन दौरा कर रहे राहुल ने अपनी बहन के बचाव में कहा, ‘‘जाति नहीं, कर्म नीच होते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नीच सोच होती है, गुस्से की सोच होती है, क्रोध की सोच होती है।’’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने राहुल से पूछा ‘‘क्या गुजरात की प्रगति और विकास का मॉडल नीची सोच वाला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नीच पर काफी बहस हो रही है। नीच वाली टिप्पणी पर बहुत ऊर्जा खर्च की जा रही है। वास्तव में नीच का क्या मतलब था। हमें समझ नहीं आता कि नीच सोच आखिर क्या है।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 7, 2014, 17:54