
मुंबई: शिवसेना ने सोमवार को कहा कि अमेरिका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नरेंद्र मोदी के भारत के अगले प्रधानमंत्री बनने की संभावना से डरा हुआ है। शिवसेना के मुखपत्र `सामना` के संपादकीय में कहा गया है कि अमेरिका ने हाल ही में अपनी चिंता जताई है कि अगर मोदी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आ गई तो अल्पसंख्यक और मुसलमान कुचल दिए जाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक मसले पर इस संपादकीय में अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा गया है कि भारत संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य है।उन्होंने कहा कि अमेरिका को किसने इसके चुनाव और आंतरिक मसले पर बोलने का अधिकार दिया है? अमेरिका को देश के आंतरिक मसले पर बोलने का हक नहीं है।
अमेरिका को स्वघोषित वैश्विक पुलिस करार देते हुए सामना में कहा गया कि अमेरिका ने भारत की राजनीतिक गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा पैनल का गठन किया है और भारत के मुसलमानों में डर की भावना भर रहा है।
संपादकीय के मुताबिक कि अमेरिका को पहले इसके घर में देखना चाहिए और यह देखना चाहिए कि कैसे 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद देश में मुसलमानों का शोषण हुआ। अमेरिका में मुसलमान जांच एजेंसियों की निगरानी में रहते हैं उन पर हर तरह के प्रतिबंध लगाए जाते हैं।
संपादकीय के मुताबिक, मुस्लिम नामों वाले भारत की प्रसिद्ध हस्तियों शाहरुख खान और मंत्री आजम खान जैसों को भी नहीं बख्शा गया और उनसे अमेरिकी हवाईअड्डे पर घंटों पूछताछ की गई। सामना में कहा गया कि सच्चाई यह है कि अमेरिका, भारत में मोदी के सत्ता में आ जाने से डरा हुआ है, जो कि वैश्विक पुलिस (अमेरिका) की बात नहीं सुनेगा।
सामना के मुताबिक कि यही वजह है कि यह मोदी के बारे में मनोवैज्ञानिक डर पैदा कर रहा है। लेकिन हम भारतीय इस बात का स्वागत करेंगे कि अमेरिका भारत से डर रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 7, 2014, 19:09