ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबेनई दिल्ली: वाराणसी में बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली को इजाजत नहीं देने का मामला अबतक शांत नहीं हुआ है। अब बीजेपी ने वाराणसी शहर के डीएम (डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट) प्रांजल यादव पर समाजवादी पार्टी से करीबी रिश्ते होने का दावा किया है। बीजेपी का कहना है कि इसी वजह से डीएम ने मोदी के साथ पक्षपात किया और उन्हें रैली करने की इजाजत नहीं दी गई।
बीजेपी के प्रवक्ता और मीडिया संयोजक रवि शंकर प्रसाद ने डीएम और चुनाव में इस वक्त रिटर्निंग ऑफिसर की भूमिका निभा रहे प्रांजल यादव के बारे में आरोप लगाया कि उनके समाजवादी पार्टी के नेतृत्व के साथ करीबी रिश्ते हैं और इसलिए उन्होंने मोदी की रैली की इजाजत नहीं देकर बीजेपी के साथ पक्षपात किया। गौर हो कि गुरुवार को वाराणसी में धरने के दौरान बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा था कि बनारस के डीएम के बारे में हमने सुना है कि वह एसपी नेता रामगोपाल जी के रिश्तेदार हैं।
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चुनाव आयोग पर खुलकर निशाना साधते हुए उस पर ‘दबाव में’ काम करने और उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। मोदी ने यहां एक रैली आयोजित करने की अनुमति नहीं मिलने के बाद जब वह अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए बीएचयू हेलीपैड से सड़क मार्ग से भाजपा कार्यालय के लिए निकले तो मोदी के काफिले ने एक विशाल रोड शो का आकार ले लिया।
वाराणसी से चुनाव लड़ रहे नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने आज चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला जिसके जवाब में चुनाव आयोग ने भेदभाव के आरोपों को खारिज करने के लिए संवाददाता सम्मेलन बुलाया और स्पष्ट किया कि वह अपने काम करने में ‘किसी व्यक्ति, किसी राजनीतिक दल या किसी संगठन से डरता नहीं’ है।
मोदी ने कांग्रेस के संदर्भ में कहा कि जनता ने इस पार्टी को हराने का फैसला किया है और ‘चुनाव आयोग आपको नहीं जिता सकता।’ रैली आयोजित करने की मंजूरी नहीं मिलने के लिए सुरक्षा को कारण बताए जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी सुरक्षा के बारे में चिंता की जरूरत नहीं है क्योंकि वह अपने देश के लिए मरने को तैयार हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, May 9, 2014, 10:12