Last Updated: Sunday, May 11, 2014, 16:05

दोनेत्स्क (यूक्रेन) : पूर्वी यूक्रेन को देश से अलग करने के सवाल पर आयोजित जनमत संग्रह में आज मतदान शुरू हो गया। अमेरिका ने इसे अवैध करार दिया है जबकि पश्चिमी देश यूक्रेन में गृहयुद्ध भड़कने की आशंका जता रहे हैं। अलगाववादियों के प्रभाव वाले दो प्रांतों के एक दर्जन से ज्यादा शहरों में दो ‘जनमत संग्रहों’ के लिए मतदान चल रहा है। यह यूक्रेन में गहराते राजनैतिक संकट को दिखा रहा है। शीत युद्ध की समाप्ति के बाद पूर्व एवं पश्चिम यूरोप के बीच के रिश्तों में अब तक की सबसे ज्यादा गिरावट आई है।
जनमत संग्रह में पक्ष में जाने वाले वोटों को सिर्फ रूस से ही मान्यता मिलेगी लेकिन इससे आगामी दो सप्ताह में यूक्रेन में आयोजित होने वाले राष्ट्रपति चुनावों का अवमूल्यन हो जाएगा। अमेरिका और यूरोपीय संघ यूक्रेन में स्थिरता की बहाली के लिए राष्ट्रपति चुनावों को बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
आज का मतदान पूर्वी यूक्रेन में भारी हिंसा के बीच हो रहा है। सेनाएं सशस्त्र विद्रोहियों के साथ संघषर्रत हैं और विद्रोहियों ने दोनों प्रांतों के शहरों और कस्बों में खुद मोर्चाबंदी कर ली है। इन्हीं दोनों प्रांतों- दोनेत्स्क और लुगान्स्क में जनमत संग्रह हो रहे हैं।
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, ये जनमत संग्रह यूक्रेनी कानून के अनुसार अवैध हैं। ये जनमत संग्रह विभाजन करने और अव्यवस्था पैदा करने का प्रयास हैं। साकी ने जोर देकर कहा, ये मतदान अंतर्राष्ट्रीय नियमों और यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका इस मतदान के नतीजों को मान्यता नहीं देगा।
इससे पहले कल फ्रांस और जर्मनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की कड़े प्रतिबंधों की चेतावनी को दोहराते हुए कहा था कि यदि चुनाव विफल होते हैं तो रूस को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यूक्रेन के अंतरिम राष्ट्रपति ओलेक्सांद्र तर्चेनोव ने चेतावनी दी थी कि स्वतंत्रता के लिए मतदान इन क्षेत्रों के लिए गर्त में उतरना साबित होगा और इससे वहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो जाएगी।
मतदान को स्थगित करने के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बुधवार के सार्वजनिक अनुरोध के बावजूद विद्रोहियों ने मतदान की प्रक्रिया जारी रखने का फैसला किया। दोनेत्स्क में अलगाववादियों के प्रमुखों के अनुसार, मतदान केंद्र विद्रोहियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र के स्कूलों में अंतर्राष्ट्रीय मानक समयानुसार सुबह आठ बजे खुलेंगे और 12 घंटे बाद इन्हें बंद कर दिया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 11, 2014, 16:05