नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने आज दिल्ली में फिर से सरकार बनाने की संभावना से इंकार कर दिया जबकि कांग्रेस का कहना है कि वह आप का समर्थन देने के बजाय फिर से चुनाव को तरजीह देगी। आप ने ट्वीट करके कहा, कुछ मीडिया संस्थान फिर से अफवाहें फैला रहे हैं। दिल्ली में सरकार बनाने का कोई सवाल नहीं है। आप ने इस्तीफे के बाद से हमेशा फिर से चुनाव की मांग की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती ने ट्वीट करके कहा, यह पूरी तरह से झूठ है कि आप के विधायक दिल्ली में सरकार बनाने के लिए अरविंद केजरीवाल पर दबाव बना रहे हैं। दिल्ली कांग्रेस ने कहा कि वह आप के साथ सरकार बनाने के बजाय फिर से चुनाव को तरजीह देगी।
दिल्ली कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि विधानसभा भंग कराने और फिर चुनाव कराने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय जाने के बाद आप को दोबारा सरकार के गठन को लेकर बात करने का नैतिक अधिकार नहीं है। शर्मा ने कहा, दोबारा सरकार के गठन के लिए आप को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता। अरविन्द केजरीवाल नाटक करते हुए दिल्ली के लोगों को छोड़कर भाग गए। वह सदन भंग करने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय गए। हम दोबारा पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता शर्मा ने कहा, कांग्रेस ने कभी भी आप सरकार से समर्थन वापस नहीं लिया। केजरीवाल ने सरकार छोड़ी और लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ पाने के लिए दिल्ली की जनता को बीच मझधार में छोड़ दिया। अब जब वह लोकसभा चुनाव में असफल रहे, वह दोबारा सरकार गठन की बात कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कल बैठक में आप के करीब 20 विधायकों ने सरकार बनाने का फिर से प्रयास करने के लिए कहा।
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि विधायक राजेश गर्ग ने यह विचार रखते हुए कहा कि सत्ता में 49 दिन रहने के बाद फरवरी में केजरीवाल के इस्तीफे का फैसला लोकसभा चुनावों में शहर में आप के खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण है। कहा जा रहा है कि गर्ग नये चुनाव के बजाय सरकार फिर से गठित करने की वकालत कर रहे हैं। आप के सूत्रों ने कहा कि पार्टी के ज्यादातर विधायक तुरंत फिर से चुनाव कराने के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अगर चुनाव जल्दी हो गये मोदी लहर से उन्हें नुकसान पहुंचेगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, May 18, 2014, 23:42