
नई दिल्ली : अविभाजित आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ साथ होंगे और 2 जून को तेलंगाना के अस्तित्व में आने के बाद चुने हुए उम्मीदवार अपने अपने राज्यों के विधायक या सांसद बन जाएंगे ।
मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने स्पष्ट किया कि तेलंगाना के गठन का दिन तय है लेकिन अभी लोकसभा और विधानसभा चुनाव उन्हीं संबद्ध क्षेत्रों में होंगे, जहां फिलहाल वे हैं । राज्य के विभाजन की प्रक्रिया पूरी होने पर लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों का बंटवारा हो जाएगा ।
संपत ने कहा कि यदि कोई विधायक अविभाजित आंध्र प्रदेश में किसी क्षेत्र से चुना जाता है तो जैसे ही नया राज्य बनता है और यदि उसका क्षेत्र तेलंगाना में है तो वह स्वत: ही तेलंगाना विधानसभा का सदस्य बन जाएगा ।
आंध्र प्रदेश में 30 अप्रैल और 7 मई को चुनाव क्रमश: तेलंगाना और सीमान्ध्र क्षेत्रों में होगा । तेलंगाना में 17 संसदीय सीटें हांेगी जबकि सीमांध्र में 25 सीटें । तेलंगाना देश का 29वां राज्य बनेगा । यह 2 जून से अस्तित्व में आएगा । केन्द्र सरकार इस राज्य के गठन को लेकर अधिसूचना पहले ही जारी कर चुकी है । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 14:49