हैदराबाद : विभाजन के बाद बने नए आंध्रप्रदेश में कई राजनीतिक दिग्गजों ने हाल के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर विधानसभा में शानदार वापसी की है और उनका लंबा राजनीतिक वनवास खत्म हुआ है। उनमें से कई अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) एवं कांग्रेस की विभिन्न सरकारों में मंत्री रह चुके हैं लेकिन पिछले दो चुनावों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। तेदेपा में वे सभी विजयी हुए।
तेदेपा के दिग्गज के. कलावेंकट राव, के. शिवप्रसाद राव, सी अय्यन्नापत्रुदू और बंडारू सत्यनारायण मूर्ति अपने अपने जिलों में 2014 का चुनाव जीते हैं। वे दिवंगत एन टी रामराव और चंद्रबाबू नायडू की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
पांच बार विधायक रहे के. शिवप्रसाद राव 2004 और 2009 में गुंटूर जिले के नरसारावपेट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे। इस बार वह बगल की सत्तेनपल्ली सीट से चुनाव लड़े। पिछली हर तेदेपा सरकार में मंत्री रहे के. शिवप्रसाद राव को नये शासन में अच्छा ओहदा मिलने की संभावना है।
पूर्व मंत्री कलावेंकट राव 2008 में तेदेपा छोड़कर प्रजा राज्यम पार्टी में शामिल हो गए थे और वह 2009 का चुनाव हार गए। उसके बाद वह अपनी मूल पार्टी में लौट आए और इस बार विधानसभा चुनाव जीते। चार बार विधायक और पूर्व मंत्री रहे अय्यन्नापत्रुद 2009 में हार गए थे। वह इस बार चुनाव जीत गए।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, May 17, 2014, 20:36