
इटानगर: देश के सबसे पूर्वोत्तर में बसे अरुणाचल प्रदेश में बुधवार को 750,000 लोग एक साथ विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करेंगे। राज्य में विधानसभा की 60 में से 49 सीटों और लोकसभा की दो सीटों अरुणाचल पश्चिमी और अरुणाचल पूर्वी के लिए मतदान कराए जाएंगे7
विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री नाबम टुकी और उनके दो मंत्रिमंडलीय सहयोगी टंगा बायलिंग और पेमा खांडू सहित कांग्रेस के 11 प्रत्याशी निर्विरोध चुने जा चुके हैं। इसीलिए शेष 49 क्षेत्रों में ही मतदान कराया जाना है।
चीन और म्यांमार की सीमा पर स्थित इस राज्य के कुल 753,170 मतदाओं में से 377,272 महिलाएं हैं। ये मतदाता दो लोकसभा क्षेत्रों में अपना दांव आजमा रहे 11 प्रत्याशियों में से पसंद के प्रत्याशी का चुनाव करेंगे।
लोकसभा चुनाव में अरुणाचल पश्चिम से दांव आजमा रहे आठ प्रमुख प्रत्याशियों में भाजपा के किरण रिजिजू कांग्रेस के मौजूदा सांसद टकाम संजय को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता निनोंग एरिंग अरुणाचल पूर्व से सांसद हैं और इस बार उनका मुकाबला भाजपा के तापिर गाओ से है।
राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस ने अक्टूबर तक कार्यकाल वाली विधानसभा को सात माह पहले ही भंग करने की सिफारिश की थी। इस राज्य में निर्विरोध निर्वाचित होना कोई नहीं बात नहीं है। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए पूर्व मुख्यमंत्री दोर्जी खांडू 2004 और 2009 में लगातार दो बार निर्विरोध चुने गए थे।
49 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में पांच महिला सहित 155 प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनावी मैदान में नगा पीपुल्स फ्रंट, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) ने भी कुछ सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस को राज्य में अपनी सीट बरकरार रखने का भरोसा है। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 42 सीटें मिली थी जबकि पहली बार चुनाव में उतरी तृणमूल कांग्रेस और राकांपा को पांच-पांच सीटें मिली थी। चार सीटों पर पीपीए ने कब्जा किया था और एक सीट निर्दलीय के खाते में गया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 8, 2014, 22:55