
भुवनेश्वर: ओडिशा में पहले चरण के मतदान में लोकसभा की 10 सीटों और 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 1.3 करोड़ मतदाता गुरुवार को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अर्धसैनिक बलों की 60 टुकड़ियां संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। प्रत्येक टुकड़ी में सौ जवान हैं।
स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए 20,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तीन हेलीकॉप्टर सेवा में रखे गए हैं। नक्सलियों ने हाल ही में लोगों से मतदान का बहिष्कार करने का आग्रह करते हुए कोरापुर, मलकानगिरि, रायगाड़ा, कालाहांडी और कंधमाल में चुनाव विरोधी पोस्टर लगाए थे।
ओडिशा पुलिस पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की पुलिस से भी लगातार संपर्क में है, ताकि मतदान प्रक्रिया में नक्सलियों द्वारा रुकावट डालने के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके। नक्सलियों ने हाल ही में ओडिशा-छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मलकानगिरि जिले के महुपादर और सालिमी गांवों में निर्वाचन अधिकारियों और सुरक्षा बलों के आवागमन को बाधित करने के लिए सड़कों पर गड्ढे खोद दिए थे, लेकिन सड़कों की मरम्मत कर दी गई।
ओडिशा में लोकसभा की 21 सीटों और 147 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 10 एवं 17 अप्रैल को मतदान कराएं जाने हैं। राज्य में कुल 2,88,80,850 मतदाता हैं। पहले चरण के मतदान में कुल 1.36 करोड़ मतदाता लोकसभा की 10 सीटों के लिए 98 उम्मीदवारों और विधानसभा की 70 सीटों के लिए 688 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एवं दो पूर्व मुख्यमंत्रियों गिरिधर गोमांग और हेमनंद बिस्वाल सहित राज्य राजस्व मंत्री सूर्य नारायण पात्रो, पूर्व केंद्रीय मंत्री जुअल ओराम, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य अध्यक्ष के. वी. सिंह देव और कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्रा चुनाव मैदान में हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 9, 2014, 17:09