Last Updated: Thursday, April 12, 2012, 12:15
2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में शून्य से छह साल की उम्र में एक हजार लड़कों के पीछे लड़कियों की संख्या महज 914 हो गयी है। यानि कि लड़के लड़कियों की संख्या में भी अन्तर बढ़ रहा है। यहां सवाल यह उठता है कि यह अन्तर कम कैसे किया जाय? लोगों की मानसिकता कैसे बदली जाय? लड़कियों को उनका हक कैसे दिलवाया जाय? समाज की सोच कैसे बदली जाय?