Last Updated: Monday, July 15, 2013, 18:00
राजस्व विभाग प्रस्तावित 2,058 करोड़ रुपये के जेट-एतिहाद सौदे की गहनता से जांच कर रहा है ताकि इसके लाभ ‘लाभप्रद स्वामियों’ की पहचान हो सके और यह पता चल सके कि कहीं इस सौदे का ढांचा कर चोरी करने के मकसद से तो नहीं तैयार किया गया है।