30 साल की सरकारी नौकरी, वेतन सिर्फ 747 रुपये

Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 14:49

30 साल से एक महिला सरकार की सेवक है और उसका वेतन सर्फ 747 रुपए।

अब नहीं रही दिल्ली दिलवालों की

Last Updated: Sunday, June 10, 2012, 17:00

पहले यह कहावत बेहद प्रचलित थी कि दिल्ली दिल वालों की, मुंबई पैसे वालों की यानी दिल्ली जो भी आता था उसे गुजर-बसर करने के लिए दो वक्त की रोटी और रात गुजारने के लिए आशियाना आसानी से मयस्सर हो जाता था। लेकिन हाल के कुछ बर्षों में बढ़ती महंगाई और सरकार की जन विरोधी नीतियों ने कम आय वाले लोगों को दिल्ली से भागने के लिए मजबूर कर दिया है।

विवाहित होकर भी अविवाहित दिखने की होड़

Last Updated: Friday, June 8, 2012, 16:25

यहां भारतीय हिन्दू महिलायें किसी भी तरह के सुहाग चिन्ह का कोई प्रयोग नहीं करती जैसे न बिंदी, न सिंदूर, ना पाँव में बिछिये, न हाथों में चूड़ियाँ और ना ही गले में मंगलसूत्र।

`भ्रष्टाचार और दलाली पर लगाएंगे पूरी तरह रोक`

Last Updated: Tuesday, June 5, 2012, 17:51

उत्तर प्रदेश सरकार का गठन हुए करीब ढाई महीने बीत चुके हैं और इन ढाई महीनों में उत्तर प्रदेश सरकार के कामकाज और पिछली सरकार के कारनामों के बारे में ज़ी न्यूज़ उत्तर प्रदेश के संपादक वासिन्द्र मिश्र ने अपने खास कार्यक्रम "सियासत की बात में" समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और यूपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव से की खास बातचीत।

सिंगरौली के संघर्ष का सफर

Last Updated: Monday, June 4, 2012, 19:33

यह रास्ता जंगल की तरफ जाता जरुर है, लेकिन जंगल का मतलब सिर्फ जानवर नहीं होता। जानवर तो आपके आधुनिक शहर में हैं, जहां ताकत का एहसास होता है। जो ताकतवर है उसके सामने समूची व्यवस्था नतमस्तक है। लेकिन जंगल में तो ऐसा नहीं है। यहां जीने का एहसास है। सामूहिक संघर्ष है। एक-दूसरे के मुश्किल हालात को समझने का संयम है। फिर न्याय से लेकर मुश्किल हालात से निपटने की एक पूरी व्यवस्था है।

जनरल, विवाद और विदाई

Last Updated: Saturday, June 2, 2012, 12:38

वैसे तो भारत जैसे सशक्त लोकतांत्रि‍क व्यवस्थाओं वाले देश में शीर्ष पदों पर आसीन लोगों का आना और जाना एक अनवरत सिलसिला है, लेकिन कई मायनों में संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठा नों में शीर्ष व्यक्ति के कार्यकाल का विवादों में घिरना देश के दीर्घकालीन हित के लिए कतई हितकर नहीं है।

रायसीना हिल्स पर दादा की दावेदारी

Last Updated: Wednesday, May 30, 2012, 14:07

सभी सियासी दल चाहते हैं कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी जिन्हें सभी प्यार से दादा कहते हैं, देश के सर्वोच्च पद पर सुशोभित हों। खुद दादा भी चाहते हैं देश का राष्ट्रपति बनना। अगर कोई नहीं चाहता है तो वह है 10 जनपथ जहां से देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस और कांग्रेस नीत यूपीए सरकार का संचालन होता है।

`स्पष्ट जनादेश ना मिलना दुर्भाग्यपूर्ण`

Last Updated: Friday, May 25, 2012, 17:31

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के साथ खास बातचीत की ज़ी न्यूज़ उत्तर प्रदेश के संपादक वासिन्द्र मिश्र ने अपने खास कार्यक्रम `सियासत की बात में`। पेश हैं इसके प्रमुख अंश-

यूपीए-2 में कौन मुस्कुरा रहा है

Last Updated: Thursday, May 24, 2012, 12:52

मेरे पास मनमोहन सिंह हैं। यूपीए-2 की शुरुआत सोनिया गांधी के इसी संकेत से हुई थी। जब उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र में अपनी तस्वीर अपनी हथेली से ढककर सिर्फ मनमोहन सिंह की तस्वीर दिखायी थी। यानी 2004 में मेरे पास मां है का डायलाग सोनिया ने ही 2009 में यह कहकर बदला था कि उनके पास अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह है।

गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की विरासत

Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 03:20

भारत की चिरंजीवी-अखंड जीवन शक्ति का रहस्य क्या है, गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर की 80 साल की जीवन यात्रा के कुछ पन्ने खंगालकर इसे जाना जा सकता है।