
2014 लोकसभा चुनाव में कांटे की टक्कर होने की संभावना है। हालांकि इसके बावजूद 2014 के चुनावों का ताना बाना कुछ ऐसा बुना गया है कि ये सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और नरेंद्र मोदी के बीच है। जानकारों के मुताबिक इस बार के चुनाव में बीजेपी के पास ऐसे कई मुद्दे हैं जिनपर वह कांग्रेस को घेरने और वोटरों से वोट बटोरने की कोशिश करेगी।
धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था, बढती मंहगाई, भ्रष्टाचार के कई मामलों पर बीजेपी कांग्रेस को घेर सकती है। इन वजहों से भी कांग्रेस पिछले चुनाव के मुकाबले कमजोर दिख रही है । इन्हीं वजहों से इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी की सीटें कम होने की संभावना है। बीजेपी सुशासन और भ्रष्टाचार के मुद्दे को आगे कर चुनाव लड़ेगी क्योंकि कांग्रेस यूपीए-2 के दौरान भी इसे लेकर बैकफुट पर है जिसमें बीजेपी लीड ले सकती है और यह भी मुमकिन है कि उसे इसका फायदा चुनावों में हो।
दो बार लगातार सत्ता में रह चुकी सरकार ने कई बड़े कानून बनाए जिसमें सूचना का अधिकार, भोजन और शिक्षा का अधिकार जैसे शामिल हैं लेकिन सरकार अर्थव्यवस्था की परेशानियों और भ्रष्टाचार के मामलों से सही तरीक़े से नहीं निपट सकी और इसी कारण उसके अच्छे कामों पर पानी फिर गया। यानी अपने अच्छे कार्यों को भी ठीक से भुना नहीं सकी जिससे सियासी रोटी सेंकी जा सके। इस चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा चुनाव से पहले वोट की खातिर उठाती है या नही।
First Published: Monday, March 31, 2014, 16:08