
कोच्चि : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को भाजपा पर इस बात का दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया कि संप्रग सरकार ने पिछले 10 साल में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कड़े कदम नहीं उठाए और देश का विकास प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही अकेले भाजपा की विभाजनकारी विचारधारा का मुकाबला कर सकती है।
सिंह ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए वाम दलों को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि अगर वे समय के साथ नहीं चले तो भविष्य में और ज्यादा सिमट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के असहयोग के चलते भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ध्यान देने के लिए कुछ और विधेयक लाने के प्रयास नाकाम रहे।
एर्णाकुलम से कांग्रेस के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री केवी थॉमस के लिए प्रचार कर रहे प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने भ्रष्टाचार रोकने के लिए अन्य किसी सरकार से ज्यादा कड़े कदम उठाये हैं। हमने यह भी देखा कि दोषियों को कानून के कठघरे में खड़ा करने के लिए कदम उठाए गए।’’
संप्रग सरकार के 10 साल के कार्यकाल के संदर्भ में सिंह ने विपक्ष के इस आरोप को ‘गुमराह करने वाले दुष्प्रचार’ की संज्ञा दी कि पिछले दशक में विकास प्रभावित हुआ है। सिंह ने कहा कि उन्होंने न केवल प्रधानमंत्री के तौर पर बल्कि पहले के पदों पर रहते हुए भी ईमानदारी, प्रतिबद्धता और परिश्रम के साथ देश की सेवा की है।
उन्होंने कहा कि देश ने आजादी के बाद अन्य किसी भी सरकार की तुलना में संप्रग सरकार के शासनकाल में महत्वपूर्ण प्रगति की है। संप्रग सरकार ने देश को विकास के रास्ते पर ले जाते हुए यह भी सुनिश्चित किया कि सभी वगोर्ं और खासकर अल्पसंख्यकों, महिलाओं और अन्य कमजोर वगोर्ं तक समृद्धि का लाभ पहुंचे।
सिंह ने स्वीकार किया कि सरकार महंगाई को काबू में करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा सकी लेकिन पीडीएस के जरिये दिये जाने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतों में एक भी पैसे की बढ़ोतरी नहीं की गयी और इस तरह से गरीबों को राहत दी गयी। उन्होंने कहा, ‘‘हम महंगाई को रोकने में सफल नहीं रहे जो कि हमें करना चाहिए था। हालांकि पिछले कुछ दिनों में महंगाई पर काबू पाने के हमारे प्रयासों के परिणाम अच्छे रहे हैं।’’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 6, 2014, 23:35