ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आज दिए गए विवादित बयान की राजनीतिक दलों के साथ-साथ महिला एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है। मुलायम ने बलात्कारियों को दी जाने वाली मौत की सजा पर सवाल उठाते हुए कहा था कि `लड़कों से गलती हो जाती है` पर इसका मतलब यह थोड़े ही है कि उन्हें सूली पर लटका दिया जाए।
मुलायम के विवादित बयान के कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस ने उनकी टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई नेता बलात्कार जैसे अपराध के बारे में ऐसा बयान देता है। ऐसे बयान उन लोगों का हौसला बढ़ाते हैं जो इन अपराधों में शामिल हैं।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह बयान देकर मुलायम सिंह ‘अल्पसंख्यक राजनीति’ कर रहे हैं क्योंकि हालिया मुजफ्फरनगर दंगों में कई महिलाओं से कथित तौर पर बलात्कार हुआ था। स्वामी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने निर्भया मामले में भी अल्पसंख्यक राजनीति करने की बात सोची होगी।
भाजपा नेता ने कहा कि ऐसा कोई कानून नहीं है जिसके तहत नाबालिगों को मौत की सजा दी जाती हो। किशोर न्याय कानून के तहत इन अपराधों के लिए नाबालिगों को तीन साल में रिहा कर दिया जाता है। मुरादाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुलायम ने यह भी कहा था कि निर्भया मामले के बाद लोगों को चिंता होने लगी है।
समाजसेवी किरण बेदी ने कहा कि ऐसे बयान देने वाले नेताओं का बहिष्कार कर देना चाहिए। लोगों से कहना चाहिए कि वे ऐसे नेताओं को सत्ता से बाहर कर दें। बेदी ने कहा कि सिर्फ इन्हीं वजहों से ऐसे लोग सत्ता में होने पर काम नहीं करते और पूरा समाज असुरक्षित महसूस करता रहता है। यह बयान समाज के खिलाफ है और इससे अराजकता फैल रही है। महिला मुद्दों पर काम करने वाली जानीमानी समाजसेवी रंजना कुमारी ने मांग की कि ऐसे बयान देने पर मुलायम सिंह को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष पूर्णिमा आडवाणी ने कहा कि कम से कम सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। चुनाव आयोग को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए। इस एक नकारात्मक और घटिया चुनावी स्टंट है जिससे उन्हें ही मुंह की खानी पड़ेगी। और मुझे यकीन है कि लोग उन्हें सत्ता से बेदखल कर देंगे।
गौर हो कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम ने यह भी कहा कि नए बलात्कार विरोधी कानून में बदलाव की जरूरत है ताकि इस कानून का गलत इस्तेमाल करने वालों को भी सजा मिल सके। गौरतलब है कि मुंबई की एक अदालत ने नए कानून के प्रावधान का इस्तेमाल करते हुए हाल ही में बलात्कार के तीन ऐसे दोषियों को मौत की सजा सुनाई जिन्हें दो मामलों में कसूरवार पाया गया था मुलायम ने देश भर में जारी लोकसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान यह बयान दिया। सपा नेता के इस बयान को ‘असंवेदनशील एवं दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए निंदा की है। मुलायम की गिरफ्तारी की भी मांग की गई है। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, April 11, 2014, 12:05