मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा

Last Updated: Tuesday, September 27, 2011, 18:15

नवरात्र हिंदुओं का महापर्व है. नवरात्र का अर्थ नौ रातें होता है. इन नौ रातों में तीन देवी पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती के नौ रुपों की पूजा होती है जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं. देवी दुर्गा के नौ स्वरुप हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंधमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं

मुस्लिम टोपी से ऐतराज़ क्यों?

Last Updated: Wednesday, September 21, 2011, 06:35

क्या मोदी अब नरम हिंदुत्ववादी की छवि बना रहे हैं? क्या मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार करना उनकी निजी पसंद-नापसंद का मामला है या फिर उनका बर्ताव 'सर्व-धर्म-सम्भाव' की भावना के खिलाफ माना जाए? इन सवालों का जवाब तलाशता यह आलेख.

'उपवास' नहीं, 'जन उपहास' कहिए

Last Updated: Tuesday, September 20, 2011, 07:03

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन दिवसीय सद्भावना उपवास को जन उपहास कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए. मेरी दृष्टि में मोदी का उपवास जन उपहास है. वो इसलिए कि तीन दिनों के इस सद्भावना उपवास में 60 करोड़ से अधिक का खर्च बैठा है.

क्या यही है वर्ल्ड क्लास दिल्ली

Last Updated: Wednesday, September 14, 2011, 08:46

घायलों को अस्पताल तक लाने में दो घंटे का समय लग गया. कुछ घायलों ने तो रस्ते में ही दम तोड़ दिया, क्योंकि समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई

ममता-मनमोहन के बीच 'तीस्ता' की दीवार

Last Updated: Tuesday, September 6, 2011, 05:03

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की दो दिवसीय ढाका यात्रा में चार अन्य मुख्यमंत्रियों के साथ ममता बनर्जी अब नहीं जा रही हैं. ममता और मनमोहन के बीच तीस्ता नदी जल बंटवारा संधि दीवार बनकर खड़ा हो गया है. जाहिर है यह दीवार ममता ने सोची-समझी रणनीति के तहत खड़ी की है.

मुश्किलों के दलदल में भाजपा

Last Updated: Monday, September 5, 2011, 10:15

अन्ना के आंदोलन से एक ओर जहां भाजपा को मज़बूत होने का मौका मिला, वहीं कर्नाटक के विवादास्पद रेड्डी बंधुओं ने पार्टी को मुश्किल में फंसा दिया है. वर्तमान परिवेश में पार्टी के लिए संकट सिर्फ मुद्दे का नहीं है, असली संकट यह है कि पार्टी में आंतरिक फूट विनाशक दौर में प्रवेश कर गया है.

बेपटरी होता भारतीय रेल

Last Updated: Friday, August 26, 2011, 13:04

लेट लतीफी तो फिर भी सह लेंगे मगर जब टिकट ही नहीं मिले तो यात्रा क्या ख़ाक करेंगे?

जनतंत्र की भावनाओं से खेल रही सरकार

Last Updated: Friday, August 26, 2011, 12:10

भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण के लिए अन्ना का अनशन गंभीर और निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है. एक ओर जहां सरकार अन्ना की मांग को संसद और संविधान की दुहाई देकर खारिज कर रही है, वहीं अन्ना जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जनलोकपाल बिल को कानून बनाने की मांग पर अडिग हैं. बड़ा सवाल यह है कि देश में किसकी सर्वोच्चता मानी जाए- संसद, संविधान या फिर जन आवाज़ की.

कश्मीरियत की गवाह बनी आशा

Last Updated: Friday, July 29, 2011, 09:04

वर्ष 1990 से पहले जब जम्मू-कश्मीर आतंकवाद की आग में झुलस रहा था तब यहां से हजारों-लाखों की संख्या में कश्मीरी पंडित पलायन कर गए थे, लेकिन 1990 के बाद जब आतंकी गतिविधियां कमजोर पड़ीं तो हजारों-लाखों परिवारों में से कुछ हजार लोगों ने फिर अपनी जमीं पर वापसी की और इन्हीं में से एक परिवार है वूसान गांव में आशा का परिवार.

कोई इन माओवादियों को तो समझाओ

Last Updated: Thursday, July 28, 2011, 15:40

कहते हैं न कि जिसपर बीतती है उसका दर्द वही बयां कर सकता है. जरा सोचिए, मंडप सजा हो, दुल्हन वरमाला लेकर अपने सपनों के राजकुमार का इंतजार कर रही हो, विधवा मां को भी उस पल का इंतजार हो कि पति ने दुनिया से विदा होते समय जो जिम्मेदारी सौंपी थी उससे आज वह मुक्त हो जाएगी और इतने वर पक्ष की ओर से संदेशा आए कि बारात नहीं आ सकती है तो इस हालात में उस परिवार पर क्या बीत रही होगी जिसके घर से डोली उठने वाली थी.