सेक्स है कत्ल की बड़ी वजह

Last Updated: Tuesday, January 10, 2012, 07:48

यह सही है कि पुलिस हर एक व्यक्ति को सुरक्षा के लिए अलग से सेवा नहीं मुहैया करा सकती है। लेकिन समाज में रहनेवाली महिलाओं और लड़कियां बेखौफ होकर कहीं भी आ-जा सकें, यह भावना पैदा करना जरूरी है।

क्यों लड़खड़ाती है भारतीय बल्लेबाजी?

Last Updated: Sunday, January 8, 2012, 09:21

टीम इंडिया की बल्लेबाजी कागज पर जितनी अच्छी लगती है, वो वास्तव में उससे ज्यादा अच्छी है। मगर सवाल उठता है कि आखिर कब तक पुरानी गाड़ी से बेहतर माइलेज लेते रहेंगे?

सवाल भारत रत्‍न का या सम्‍मान का

Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 09:40

भारत रत्न के दायरे में खेल-खिलाड़ी आ जायेंगे यह कभी सोचा नहीं गया। लेकिन कला-संस्‍कृति, साहित्य और समाजसेवा से लेकर स्टैट्समैन की कतार में अब अगर खिलाडि़यों की बात होगी तो इसके संकेत साफ हैं कि आने वाले दौर में बाजारवाद की लोकप्रियता भी भारत रत्न की कतार में नजर आएगी।

हाशिये पर लोकपाल, कसूरवार कौन

Last Updated: Friday, December 30, 2011, 12:49

राज्यसभा में लंबी बहस के बाद लोकपाल विधेयक का जो हश्र हुआ, उससे साफ है कि कोई भी राजनीतिक दल इस विधेयक को पारित नहीं होने देना चाहता है। किसी ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया तो किसी ने विपक्ष को लेकिन यह संसदीय लोकतंत्र के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण रहा।

‘कद’ से भी बड़ा हुआ बीसीसीआई

Last Updated: Thursday, December 22, 2011, 08:53

बीसीसीआई ने क्रिकेट की दुनिया में आज जो मकाम हासिल किया है, वैसा हर कोई अपनी जिंदगी में पाने की इच्छा रखता है।

अल्पसंख्यकों को आरक्षण का लॉलीपॉप

Last Updated: Monday, December 19, 2011, 11:52

अल्पसंख्यकों को ओबीसी कोटे के 27 फीसदी आरक्षण में से 4.5 फीसदी आरक्षण देन की घोषणा कर सरकार ने जो चुनावी चाल चली है वह अल्पसंख्यकों के लिए लॉलीपॉप की तरह है।

ये लियोन है या लावा

Last Updated: Saturday, December 24, 2011, 10:03

नेट की दुनिया में सनी लियोन अब भी हॉट है, हिट है जो लगातार सुर्खियां बटोरती जा चली जा रही है।

टैलेंट हंट या पाइड पाइपर की बांसुरी

Last Updated: Thursday, December 22, 2011, 17:55

किसी ऊंची मीनार पर पहुँचने के लिए सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ना ठीक रहता है। ये बात हम सभी जानते हैं। अगर हम मीनार पर सीढियों के सहारे चढेंगे तो हमें चढ़ने के साथ ही उतरने का रास्ता भी मालूम रहेगा। पर एक ही छलांग में अगर मीनार के ऊपर पहुँच गए तो उसी तरह धड़ाम से नीचे भी गिर जाएंगे।

‘व्हाय दिस धोखाधड़ी...डी?’

Last Updated: Tuesday, December 13, 2011, 04:23

हम भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के जनलोकपाल आंदोलन की बात कर रहे हैं। 11 दिसंबर को जंतर मंतर पर अन्ना के एकदिवसीय सांकेतिक अनशन के दौरान ‘व्हाय दिस धोखाधड़ी...डी?’ की धुन सुनने को खूब मिला। टीम अन्ना कह रही है कि सरकार लोकपाल को लेकर देश की जनता के साथ धोखाधड़ी कर रही है।

मिलावट की माया : असली बचा न कोय

Last Updated: Saturday, December 10, 2011, 11:14

दूध में पानी की मिलाने की बात बड़ी पुरानी हुई। अब जेहन में यही सवाल बार-बार आता है कि आज की तारीख में बाजार में भला क्या क्या बिकता है, जो प्योर हो, जिसमें मिलावट ना हो, उसकी शुद्धता पर कोई सवाल ना उठता हो।