Last Updated: Wednesday, November 6, 2013, 16:20
सचिन तेंदुलकर के संन्यास की घोषणा के बाद टीम इंडिया में सचिन की जगह की भरपाई को लेकर क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है। कोई कहता है कि सचिन का स्थान विराट कोहली लेंगे तो कोई रोहित शर्मा पर मुहर लगा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा कि भारतीय क्रिकेट के ‘शहजादे’ विराट कोहली आने वाले समय में सचिन तेंदुलकर की जगह ले सकते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के वर्तमान कप्तान जार्ज बेली रोहित शर्मा को सचिन का विकल्प बता रहे हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने दावा किया कि विराट कोहली में काफी क्षमता है और वे एक दिन सचिन से भी आगे जाएंगे।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के साथ सम्पन्न सात मैचों की सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी के बाद उन्हें टीम इंडिया का अगला सचिन तेंदुलकर बताया जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या रोहित शर्मा या विराट कोहली सचिन के 24 साल में बनाए गए रनों, रिकॉर्डों की बराबरी कर पाएंगे। खेल के मैदान पर और मैदान के बाहर रोहित और विराट सचिन को हू-ब-हू अपने ऊपर उतार पाएंगे। सचिन ने सिर्फ खेल से ही नहीं बल्कि अपने सौम्य विचारों से भी फैंस का दिल जीता है। इसी लिए सचिन सिर्फ बेहतरीन क्रिकेटर ही नहीं बल्कि सुलझे हुए इंसान भी हैं।
खैर हम सिर्फ सचिन के खेल की ही बात करेंगे। क्योंकि विचार और व्यवहार सभी का एक समान नहीं हो सकता है। खेल की बात करें तो सचिन ने अपने क्रिकेट जीवन जो मुकाम हासिल किया है। क्या उसे विराट कोहली या रोहित शर्मा हासिल कर पाएंगे? अपने क्रिकेट करियर में सचिन ने दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और सबसे बेहतरीन स्पिनर शेन वॉर्न को अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया। दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार उनके समकक्ष ब्रायन लारा और रिकी पॉन्टिंग भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं। इतना ही नहीं ब्रैडमैन ने भी 1999 में कहा था कि तेंदुलकर की शैली उन्हें अपनी बल्लेबाजी शैली की याद दिलाती है। इस महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा था, जब मैं बल्लेबाजी करता था तो इसी तरह से महसूस करता था।
सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में कीर्तिमानों की झड़ी लगाई है, इसलिए सचिन को क्रिकेट का शहंशाह कहा जाता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक बनाया। वनडे में 463 मैच खेलकर 452 पारी में 41 बार नॉट आउट रहते हुए 96 अर्धशतक 49 शतकों के साथ करीब 45 के औसत से रिकॉर्ड 18426 रन बनाए। वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 200 है जो उन्होंने 2010 में ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। उस समय यह स्कोर वनडे का वर्ल्ड रिकॉर्ड था। हालांकि आठ माह बाद सहवाग ने 219 रन बनाकर सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। टेस्ट क्रिकेट में भी सचिन ने रनों का पहाड़ खड़ा किया। 198 मैच में 327 पारियों में 33 बार नॉट आउट रहते हुए 67 अर्धशतक और 51 शतकों के साथ करीब 54 के औसत से रिकॉर्ड 15837 रन बनाए हैं। टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 248 रन है। उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेला। जिसमें उन्होंने 10 रन बनाए और एक विकेट लिए। बल्लेबाजी के अलावा सचिन ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया। उन्होंने अपने वनडे करियर में 154 विकेट लिए हैं। जबकि टेस्ट में 45 विकेट चटकाए हैं सचिन के नाम पर वनडे में 140 कैच दर्ज हैं। टेस्ट में 115 कैच लिए हैं।
विराट कोहली की बात करें तो उन्होंने अभी तक 119 वनडे मैच के 113 पारियां 52 की औसत से 17 शतकों और 26 अर्धशतकों की मदद से 4919 रन बनाए हैं। जिसमें उनका 183 उच्चतम स्कोर है। तेंदुलकर ने इतनी ही पारियों में आठ शतक से 4001 रन बनाए थे। जिस रफ्तार से यह युवा बल्लेबाज मौजूदा समय में शतक बना रहा है, उसे देखते हुए गावस्कर ने कहा कि कोहली वनडे में तेंदुलकर के 49 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। विराट ने 18 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 42 के औसत से चार शतक और 6 अर्धशतक की बदौलत 1175 रन बनाए हैं। टी20 में विराट ने 21 मैचों में 35 के औसत से 4 अर्धशतक की बदौलत 587 रन बनाए हैं। उन्होंने टी20 में तीन विकेट और वनडे में दो विकेट लिए हैं। टेस्ट में अभी विकेटों का खाता नहीं खोल पाए हैं।
रोहित शर्मा की बात करें तो उन्होंने अपना पहला वनडे 23 जून 2007 को आयरलैंड के खिलाफ खेला था। रोहित ने अब तक 108 वनडे में 37 के औसत से 4 शतक और 19 अर्धशतक की बदौलत 3049 रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे में 8 विकेट भी लिए हैं। 36 टी20 मैचों में 28 के औसत से 539 रन बनाए हैं। रोहित ने आज वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता टेस्ट से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया है। रोहित को टेस्ट में अपने आप को साबित करना बाकी है। रोहित ने बैंगलोर में खेले गए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में 158 गेंदों पर 209 रन की धमाकेदार पारी खेली। रोहित शर्मा ने ना सिर्फ एक ही पारी में 16 छक्के जड़ने का रिकॉर्ड बनाया बल्कि एक ही पारी में दोहरा शतक लगाने वाले सचिन, सहवाग के बाद वो दुनिया के तीसरे बल्लेबाज भी बन गए है। इस बेहतरीन पारी के बाद से रोहित को अगला सचिन कहा जाने लगा।
रोहित बल्लेबाजी के आलावे ऑफ स्पिन बॉलिंग भी करते हैं। रोहित की बैटिंग की खास बात ये है कि वो बैंटिग के लिए अपनी कलाई का बेहतरीन इस्तेमाल करते हैं। विराट कोहली भी स्पिन गैंदबाजी करते हैं। विराट में खास बात यह है कि वह क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी20 में फिट बैठते हैं। यानी वे तीनों फॉर्मेट के हिसाब से बल्लेबाजी करते हैं और इनका फॉर्म लगातार जारी है। इसलिए इनकी भी तुलना सचिन से की जा रही है। टीम इंडिया के लिए सचिन तेंदुलकर कौन साबित होगा वह आने वाला वक्त बताएगा। इतना जल्दी किसी को सचिन तेंदुलकर कह देना उचित नहीं होगा।
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