Last Updated: Friday, February 7, 2014, 17:15
सीमा विवाद एक ऐसा मसला है, जिस पर चीन की मंशा हमेशा से संदेह के घेरे में रही है। चीन की कथनी और करनी में हमेशा से फर्क रहा है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि चीन कभी भी भारत के साथ किए अपने वायदे पर खरा नहीं उतरा जबकि भारत बार-बार धोखा खाने के बावजूद विपरीत परिस्थितियों में भी उसके साथ वार्ता के लिए राजी हुआ। परंतु अब तक जितनी भी वार्ताएं हुई हैं, उसके नतीजे भारत के खिलाफ ही रहे हैं।