Last Updated: Friday, August 17, 2012, 18:29
रिलायंस पावर को बोली प्रक्रिया के बाद दी गई रियायत की तीखी आलोचना करते हुए सरकारी लेखापरीक्षक कैग ने कहा है कि सासन बिजली संयंत्र के लिए आवंटित कोयला खान के अतिरिक्त कोयले का इस्तेमाल समूह की ही दूसरी परियोजनाओं में करने की अनुमति देने से अनिल अंबानी समूह की रिलायंस पावर को 29,033 करोड़ रुपये का अनुचित लाभ हुआ।