Last Updated: Wednesday, November 27, 2013, 22:40
कुछ लोग सपने बेचते हैं और कुछ इतने शातिर होते हैं जो सपनों के नाम पर करते हैं छल, फरेब और ज़ालसाज़ी का काला कारोबार। एक सुनहरा ख्वाब, रातों-रात दौलतमंद बनने का सपना, एक ऐसा सपना जिसे हर कोई बार-बार देखना चाहता है। हर इंसान की ये दिली ख्वाहिश होती है कि उसका ये ख्वाब बस एक बार सच हो जाए।