Last Updated: Monday, December 16, 2013, 17:25
सियासत की महफिल में नए नए तशरीफ लाए अरविंद केजरीवाल पुराने जमे हुए लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे हैं वो भी तब जब सियासत में माहिर लोग उन्हें बिना शर्त समर्थन देने को तैयार है। एक कहावत है कि दूध का जला छाछ भी फूंककर पीता है लिहाजा लोकपाल बिल के मसले पर सियासतदानों से अपना हाथ जला चुके अरविंद केजरीवाल इस बार फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं, तभी उन्हें दिल्ली में सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन की पेशकश ने पसोपेश में डाल दिया है।