Last Updated: Thursday, May 24, 2012, 23:05
दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रेस विज्ञप्ति विवाद की सुनवाई करते हुए गुरुवार को कहा कि सेना प्रमुख और चार अन्य ने अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए एक पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई, इसलिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।